देश के समक्ष कानूनी व डिजिटल चुनौतियां : प्रसाद
संवाददाता, हरिद्वार। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कोरोना महामारी के बाद देश के सामने कानूनी व डिजिटल चुनौतियां रहेगी। इन परिस्थितियों में प्रत्येक व्यक्ति को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनना चाहिए। यह बात उन्होंने शनिवार को अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद द्वारा आयोजित प्रो.एन आर माधव मेनन स्मृति में वेबिनार सेमिनार के समापन सत्र में कही। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कोविड के बाद देश के समक्ष कानूनी और डिजिटल चुनौतियों पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि आज की वर्तमान परिस्थितियों में डिजिटल तकनीक अपनानी जरूरी है।भविष्य मेंऑनलाइन केस के आवेदन, सुनवाई व बहस को अपनाना ही होगा।जिससे फिजिकल रूप से कोर्ट से दूर रहा जा सके। कहा कि इसके लिए एक वेबसाईट भी सुप्रीमकोर्ट द्वारा निर्मित की गई है। जिसमें अब तक करीब 18 सौ वकील अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके है। भारत की निचली अदालतों में अबतक करीब दो लाख ऑनलाइन केस का निस्तारण हो चुके है। वर्तमान में जब कोरोना वायरस महामारी ने विश्व के करीब सैकड़ों देशों को जकड़ रखा है। इस बीमारी की कोई दवाई भी नहीं है। यही नहीं, तब भारत की स्थिति अलग नहीं है। लेकिन, इस दौरान मोदी जी के द्वारा किये गए फैसलों के पूरे भारतवासियों ने स्वागत कर डॉक्टर, नर्स, पुलिस व सफाईकर्मियों का सम्मान किया। जिस पर बड़े देशों के विपरीत भारत में महामारी में मृत्यु दर बहुत कम है।उन्होंने डिजिटल इंडिया पर भी काफी जोर देते हुए डिजिटलाइजेशन को अपना कर एक नए भारत का निर्माण कर रहे है।भविष्य का भारत आत्मनिर्भर डिजिटल भारत होगा।आरोग्य सेतु एप्प को आज साढ़े ग्यारह करोड़ लोग अपना चुके है। जो किसी संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने की सूचना देकर उसकी दूरी बताएगा।उन्होंने कहा कि पूरा विश्व भारतीय संस्कृति व धरोहर को अपना कर योग व नमस्ते कर रहा है। वहीं,कुछ लोग नकारात्मक प्रचार सोशल मीडिया पर कर समाज व देश दोनो के लिए हानि कारक है। क्योंकि अपना देश प्राचीनकाल से ही वसुधैव कुटुम्बकम की संस्कृति का अनुयायी रहा है। केंद्रीय केबिनेट मंत्री ने टिकटॉक को छोड़ मित्रो एप्प अपनाने व स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद वकीलों के हितों के लिए बौद्धिक गति को बढ़ावा दे रही है। लॉकडाउन में विधि का मनन नियमित रूप से करने में योगदान कर रही है। सजीव प्रसारण में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष संजय जैन,विकास शर्मा,अरविंद कुमार श्रीवास्तव, प्रणव बंसल,एसके भामा,राजेश राठौर, अशोक अग्रवाल, नितिन गर्ग,प्रभाकर गुप्ता, नीरज गुप्ता, अमरीश राठौर,भूपेंद्र कुमार, नितिन चौहान, जिगर श्रीवास्तव, आदेश चंद्र व संजय चौहान आदि अधिवक्ताओं की उपस्थित रही।