वाहन की चपेट में आकर चोटिल हो रहे निराश्रित पशु
रुद्रप्रयाग। नगर पालिका रुद्रप्रयाग क्षेत्र में घूम रहे निराश्रित मवेशी आए रोज सड़क पर वाहनों की चपेट में आने से घायल हो रहे हैं। जबकि रात के समय ग्रामीण इलाकों से मवेशियों को बाजार में छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। ग्रामीण लोग गाय और नंदी का उपयोग करने के बाद उन्हें शहरी इलाकों में छोड़ रहे हैं, जिससे मवेशी वाहनों की चपेट में आकर निरंतर घायल हो रहे हैं। गो रक्षा विभाग की टीम घायल पशुओं का इलाज करने में लगी है। साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रही है। नगर पालिका रुद्रप्रयाग क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में निराश्रित पशु घूम रहे हैं। ये निराश्रित पशु आए-दिन वाहनों की चपेट में आ रहे हैं। बरसाती सीजन होने के कारण घायल पशुओं के घाव खराब हो रहे हैं। ऐसे में गो रक्षा विभाग की टीम पशु पालन विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से इनका इलाज कर रही है। गो रक्षा विभाग की टीम ने भाणाधार में घायल नंदी का इलाज किया। विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी और सचिव देवन्द्र बिष्ट ने कहा कि निराश्रित गोवंश की रक्षा को लेकर रुद्रप्रयाग जिले में गो रक्षा विभाग की टीम कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ के ठीक सामने पपड़ासू गांव में अस्थायी गो धाम खोला गया है, किंतु यहां पर 30 से अधिक गाय और नंदी को रखने की जगह नहीं है। गो रक्षा विभाग की ओर से लगातार सरकार और शासन-प्रशासन से गो रक्षा धाम निर्माण की मांग की जा रही है। इस मौके पर पशु पालन विभाग के दुर्गा प्रसाद देवशाली, गो रक्षा विभाग उपाध्यक्ष दीपक नौटियाल, कोषाध्यक्ष संदीप कप्रवाण, मीडिया प्रभारी प्रवीन सेमवाल, सह मीडिया प्रभारी प्रवीन रावत, अंकित राणा, राहुल पटवाल, मनीष नौटियाल आदि मौजूद थे।