देवी मंदिर स्थित टयूबवेल फुंका, वैकल्पिक व्यवस्था के बावजूद जूझ रहे स्थानीय लोग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत सुखरौ देवी मंदिर स्थित टयूबवेल की मोटर फुंकने से बालासौड़, पदमपुर, कौड़िया की करीब पन्द्रह हजार घरों में पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। पिछले चार दिन लोग पेयजल संकट से जूझ रहे है। चार दिन बाद भी मोटर की मरम्मत न होने से लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि विभाग को शिकायत दर्ज कराने के बावजूद भी अभी तक समस्या का निराकरण नहीं हो पाया है। हालांकि विभाग ने पानी की आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है, लेकिन लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है।
उत्तराखण्ड आंदोलनकारी राष्ट्रीय मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय ध्यानी ने बताया कि जल संस्थान के सुखरौ देवी मंदिर स्थित टयूबवेल से वार्ड नंबर 24 बालासौड़, वार्ड नंबर 25 केकौड़िया, हरसिंहपुर, रतनपुर सुखरो, वार्ड नंबर 20 पदमपुर, वार्ड नंबर 21 पदमपुर सुखरो, शिब्बूनगर क्षेत्र में हजारों उपभोक्ताओं को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। लेकिन पिछले चार दिन से मोटर फुंकने से करीब 15 हजार से अधिक आबादी के समक्ष पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। उक्त वार्डों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। हालांकि जल संस्थान ने वैकल्पिक व्यवस्था से पेयजल मुहैया कराने की व्यवस्था तो की है, लेकिन यह भी लोगों के लिए पर्याप्त नहीं हो पा रहा है। विजय ध्यानी ने बताया कि पिछले चार दिन से पानी की आपूर्ति न होने से सारे दैनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि टयूबवेल की मोटर बार-बार फूंक जाती है। विभागीय अधिकारियों से कई बार समस्या के स्थाई समाधान की मांग की गई, लेकिन विभाग इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। विभाग हर बार मोटर की मरम्मत करवाकर पानी की आपूर्ति सुचारू करवा देता है, लेकिन कुछ दिन बाद ही मोटर दोबारा से खराब हो जाती है। ऐसे में लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ता है। लोग पेयजल के लिए बुरी तरह परेशान हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के समय भी लोग पेयजल संकट से जूझ रहे है। उन्होंने जल संस्थान से जल्द ही पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है।
उधर, जल संस्थान के अधिशासी अभियन्ता एलसी रमोला का कहना है कि टयूबवले की मोटर का मरम्मत कार्य चल रहा है। पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुसार अन्य टयूबवेलों के माध्यम से वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है, मंगलवार सुबह तक पेयजल व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी।