प्रीतम भरतवाण की आवाज का जादू: भैरव व देवी के जागरों पर झूमे श्रद्धालु
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : श्री सिद्धबली वार्षिक अनुष्ठान के दूसरे दिन भजन संध्या में जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण व सीमा पंगरियाल की आवाज का जादू देखने को मिला। जागरों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। भैरव व देवी के जागरों पर लोग खूब झूमे।
भजन संध्या का शुभारंभ जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने ‘उद्ंकार हवैये..’, गढ़वाली भजन से किया। इसके बाद भैरव व मां राज राजेश्वरी के जागरों ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। प्रीतम भरतवाण व सीमा पंगरियाल ने ‘शिव कैलाशु रन्दन…’,‘श्री नाम पंचमी एगी…’, ‘सर्जी कोट ढिलू हवैगे…’, ‘बांद अमरावती…’, ‘तिवारी मा बैठीं होली..’ ‘किमसाणी हाट मा..’,‘चला समधणी..’ सहित अन्य लोक गीतों की प्रस्तुति दी। जागरण की प्रस्तुति सुनने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए मंदिर समिति व पुलिस को काफी पसीना बहाना पड़ा। इस मौके पर नृत्य निर्देशक विजय भारती, नील शाह, स्वेता जोशी, आशीष गुसाईं, संगीता गुसाईं, कीबोर्ड पर सुरेंद्र कोहली, बांसुरी पर रूकमेश नौटियाल, ढौलक पर सुरेंद्र बेसवाल, तबला पर मोंटी मनराल, हुडका पर विरेंद्र बेसवाल आदि मौजूद रहे। मंच संचालन अनिल गोदियाल ने किया।
मेले में उमड़ा जन सैलाब
सुबह से ही मंदिर को जाने वाले मार्गों पर श्रद्धालु का हुजूम देखने को मिल रहा था। सुबह दस बजे के बाद भीड़ और अधिक हो गई थी। हालत यह थी कि राष्ट्रीय राजमार्ग को जाने वाले पुल से लेकर मंदिर के आसपास का इलाका पूरा श्रद्धालुओं से भरा हुआ था। मंदिर परिसर में बाबा के दर्शन को भी लंबी लाइन लगी हुई थी। श्रद्धालुओं ने घंटों लाइन में खड़े रहकर बाबा के दर्शन किए। मेले के दौरान लोगों ने खूब खरीददारी भी की।
पुलिस को बहाना पड़ा पसीना
मंदिर को आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को ग्रास्टनगंज स्थित खाली मैदान में पार्क किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग से केवल पहाड़ को जाने वाले वाहनों का ही संचालन हो रहा है। बाजवजूद पैदल भीड़ के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक पूरे दिन रेंग-रेंगकर चलता रहा। ऐसे में पुलिस को काफी पसीना बहाना पड़ा।