देहरादून। मां डाटकाली मनोकामना सिद्धपीठ के 222 वें वार्षिकोत्सव के छठे दिन माता रानी के विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने मनोकामना पीठ के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। शुक्रवार की सुबह माता रानी के जागरण के साथ हुई। जागरण का क्रम तड़के तक चला। पूर्णाहूति के बाद कन्या पूजन किया गया। माता को हलवा चने का भोग अर्पित किया गया। यह प्रसाद रुप में बाद में भक्तों को वितरित किया गया। इसके बाद आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवमी का हवन मंदिर प्रागंण में शुरू हुआ। माता रानी के पवित्र झण्डों का पूजन कर मंदिर में स्थापित किया गया। मां डाटकाली, मां भद्रकाली और हनुमान मंदिर में ध्वजा लगाए गए। इसके बाद माता रानी के जयकारों की गूंज के साथ विशाल भंडारा प्रारंभ हुआ, जो देर शाम तक भक्तों में वितरित होता रहा। भक्त आते रहे और प्रसाद ग्रहण करते रहे। जो भक्त जागरण में शामिल नहीं हो पाए वह भी भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे। सभी भक्तों ने पहले मंदिर के दर्शन किए, हवन में आहूति डाली और प्रसाद ग्रहण करने पंगत में बैठ गए। अधिकांश श्रद्धालु परिवार समेत मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे। देहरादून के साथ ही मसूरी, सहारनपुर, विकासनगर, पांवटा साहिब, रुड़की, हरिद्वार, छुटमलपुर, भगवानपुर आदि इलाकों से भक्तगण पहुंचे थे। मंदिर प्रबंधन की ओर से एक साथ अनेक जगहों पर भंडारे में सैकड़ों भक्त प्रसाद ग्रहण कर रहे थे। बारिश की आशंका से पंडाल में भंडारा वितरित किया जा रहा था। भक्तगण मां का पवित्र भंडारा खाकर निहाल हो गये। सायंकाल मां अन्नपूर्णा की आरती करके सभी ने माता रानी का आभार व्यक्त किया। महंत रमन प्रसाद गोस्वामी ने वार्षिकोत्सव के विधि विधान से संपन्न होने पर सभी भक्तों को बधाई व आशीर्वाद दिया।