पूर्णागिरि में श्रद्घालु पानी और बिजली के लिए तरस रहे
चम्पावत। मां पूर्णागिरि धाम में श्रद्घालुओं को न पानी की सुविधा मिल रही है, और न ही बिजली की। जलकुनिया पानी का मुख्य स्त्रोत सूखने से धाम के पुजारियों की समस्या बढ़ गई है। मुख्य मंदिर, काली मंदिर, टुन्यास सहित आदि जगहों में पानी की कमी बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ दिन भर बिजली की आंख मिचौली से भी श्रद्घालु परेशान हैं। पूर्णागिरि धाम में भीषण गर्मी में श्रद्घालुओं को पानी और बिजली के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जलकुनिया पानी का मुख्य स्त्रोत कम होने से परेशानी बढ़ गई है। मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी, उपाध्यक्ष नीरज पांडेय ने बताया कि जलकुनिया से मुख्य पानी का स्त्रोत काफी कम हो गया है। जिससे मुख्य मंदिर, काली मंदिर, टुन्यास सहित आदि जगहों में पानी की समस्या हो गई है। अध्यक्ष ने बताया कि सीएम की बैठक में भी पानी की समस्या के संबंध में बात रखी गई है। सचिव सुरेश तिवारी ने बताया कि दिन भर बिजली की भी आंख मिचौली बनी हुई है। जिससे पंखे, मोटर और मोबाइल चार्च के लिए श्रद्घालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर समिति ने संबंधित विभाग से व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की है। इधर ऊर्जा निगम के जेई नरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बिजली नियमित सुचारु कर दी गई है।