रुद्रप्रयाग : पुनाड़ महादेव मंदिर में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद देवी भागवत कथा के विराम दिवस पर हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। मौके पर सात गांवों के ग्रामीणों द्वारा क्षेत्र की खुशहाली के लिए आहुतियां डालीं। अंत में प्रसाद वितरण के साथ इस धार्मिक अनुष्ठान का समापन किया गया। बीते 6 फरवरी से पुंडेश्वर महादेव मंदिर में पांडव नृत्य एवं शिव समिति पुनाड़ के सहयोग से नौ दिवसीय श्रीमद देवी भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा था। शुक्रवार को कथा के अंतिम दिन कथा व्यास आचार्य प्रशांत डिमरी ने कहा कि यदि कोई भक्त मां भगवती की पूरी कथा का श्रवण नहीं कर पाया, किंतु एक श्लोक भी उसने ध्यान से सुना तो उसके जन्मों के पाप कट जाते हैं। उसे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कथा में विशेष रूप से प्रतिदिन बड़ी संख्या में माताओं की उपस्थति पर उनका आभार प्रकट किया। साथ ही शिव समिति का भी आभार व्यक्त किया। इस मौके पर हवन कुंड में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें ब्राह्मणों द्वारा मंत्रों के साथ सात गांवों के लोगों द्वारा क्षेत्र की खुशहाली के लिए आहुतियां डाली गई। इस मौके पर सभी भक्तों ने कथा व्यास से आशीर्वाद लिया। समिति के अध्यक्ष प्रकाश गोस्वामी, सचिव सुनील नौटियाल, कोषाध्यक्ष विक्रम कप्रवान, संरक्षक महेश चन्द्र डियून्डी, विजय कप्रवान, चक्रधर सेमवाल, रामचन्द्र नौटियाल, शैलेंद्र गोस्वामी, हरीश गिरी ने इस महायज्ञ की सफलता के लिए सम्पूर्ण जनता का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर प्रसाद के साथ ही भंडारे का अभी आयोजन किया गया। (एजेंसी)