श्री कृष्ण जन्म की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु, पूरा पंडाल जयकारों से गूंजा
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। विकासखंड कल्जीखाल के मनियारस्यूं पट्टी के ग्राम पाली में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के चौथे दिन गुरूवार को आचार्य सूर्य कांत बलूनी ने यह बात कही। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया। श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।
विकासखंड कल्जीखाल के मनियारस्यूं पट्टी के ग्राम पाली में 94 साल के सेवानिवृत्ति प्रधानाध्यापक सत्ते सिंह नेगी द्वारा अपने पित्रों की मोक्ष प्राप्ति हेतु सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ हवन का आयोजन किया गया है। गुरूवार को कथा के चौथे दिन कथा वाचक आचार्य सूर्य कांत बलूनी ने भगवान कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा। इस मौके पर पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी और उनकी पत्नी सीमा पोरी ने भी शिरकत की। उन्होंने व्यास पीठ को प्रणाम करते हुए कथा वाचक आचार्य सूर्य कांत बलूनी को अंग वस्त्र ओढ़कर सम्मानित किया। साथ ही 95 साल से मुख्य यजमान सत्ते सिंह नेगी को भी शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। गुरूवार को कथा श्रवण करने नजदीक गांवों से भारी संख्या में श्रोता कथा स्थल पहुंचे। इस अवसर पर पंडित सुनील कवटियाल, विवेक थपलियाल, विजय नैथानी, यजमान प्रभुदयाल सिंह नेगी, चंद्रमोहन सिंह नेगी, धीरेंद्र सिंह रावत, विनोद रावत आदि मौजूद रहे।