दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को दी योजनाओं की जानकारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। बीआरसी सुखरौ कोटद्वार में समग्र शिक्षा योजना के तहत विशेष आवश्यकता वाले (दिव्यांग) बच्चों के अभिभावकों के लिए एक दिवसीय परामर्श, जागरूकता एवं वातावरण निर्माण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में दिव्यांग बच्चों हेतु समाज कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाएं जैसे दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाना, फ्री यात्रा पास बनाना, पेंशन एवं छात्रवृत्ति हेतु पात्रता, स्वास्थ्य जांच एवं इलाज आदि की जानकारी दी गई।
शिविर का शुभारंभ करते हुए उप शिक्षा अधिकारी अभषेक शुक्ला ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम में 6 से 18 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों की शिक्षा हेतु किए गये विशिष्ट प्रावधानों, विद्यालयों तक बाधा रहित पहुंच हेतु शिक्षा विभाग द्वारा किये गये प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने दिव्यांग बच्चों की पहचान, नामांकन, स्वास्थ्य परीक्षण, उपकरण वितरण, गृह आधारित शिक्षण, एस्कार्ट/ट्रांस्पोर्ट की सुविधा, ब्रेल पुस्तकों की उपलब्धता, रैम्प रैलिंग एवं मोडिफाइड शौचालयों का निर्माण आदि की जानकारी अभिभावकों को दी। उन्होंने ऐसे बच्चों के प्रति उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप संवेदनात्मक एवं भावनात्मक समझ के साथ विशिष्ट देखभाल जोर दिया। समावेशित शिक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत राफायल राइडर चैशायर इण्टरनेशन सैन्टर देहरादून से स्पेशल एजुकेटर्स श्रीमती अम्बिका थपलियाल एवं श्रीमती सरिता ठाकुर ने संस्थान की ओर से संचालित कार्यक्रमों, ऐसे बच्चों की विशिष्ट देखभाल एवं पुनर्वास सम्बन्धी जानकारियां अभिभावकों के साथ साझा की। शिविर में सहायक समाज कल्याण अधिकारी राजकुमार जालवाल, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम दुगड्डा के टीम प्रभारी डॉ. अजय रयाल, श्रीमती रश्मि नेगी, समावेशित शिक्षा की कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती उमा बुड़ाकोटी, देवेन्द्र कण्डारी, स्पेशल एजुकेटर श्रीमती पुष्पा रावत, प्रभारी संकुल समन्वयक जयपाल सिंह भण्डारी, सुरेन्द्र सिंह, श्रीमती जयन्ती बिष्ट, श्रीमती सुनील प्रभा सैनी, श्रीमती संगीता उनियाल, श्रीमती रेखा डण्डरियाल, अरुण कुकरेती, श्रीमती नवीता रानी सहित 55 दिव्यांग बच्चे एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे।