देहरादून()। डीजीसीए से मिली अनुमति के बाद चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का संचालन एकबार फिर शुरू हो गया है। मॉनसून को देखते हुए इस सेवा पर डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने रोक लगा दी थी। लेकिन अब मॉनसून अवकाश खत्म होने के बाद डीजीसीएने एकबार फिर इस सेवा को शुरू करने की अनुमति दे दी। जिसके बाद 15/16 सितंबर 2025 से इसे फिर से शुरू कर दिया गया।
इस बारे में जारी एक प्रेस रिलीज में बताया गया कि चारधाम यात्रा को और ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने अपने नेतृत्व में गहन जांच करते हुए यात्रा के दौरान सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक नई रणनीतिक पहल लागू की। इसके तहत डीजीसीए को सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक को कतई बर्दाश्त न करने के स्पष्ट आदेश के साथ, सख्त कदम उठाने और सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि हेलीकॉप्टरों द्वारा चारधाम यात्रा के दो हिस्से हैं, पहला देहरादून (सहस्त्रधारा) से यमुनोत्री/गंगोत्री/केदारनाथ/बद्रीनाथ तक चार्टर सेवाएं और दूसरा गुप्तकाशी/फाटा/सीतापुर क्लस्टर से केदारनाथ जी हेलीपैड तक शटल सेवाएं। कुल छह हेलीकॉप्टर ऑपरेटर गुप्तकाशी/फाटा/सीतापुर क्लस्टर से शटल संचालन करेंगे और सात ऑपरेटर/संघ देहरादून (सहस्त्रधारा) से चार्टर उड़ान संचालन करेंगे।
डीजीसीए ने कहा है कि भार और संतुलन सीमाओं को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए ताकि चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षित टेक-ऑफ और लैंडिंग सुनिश्चित किया जा सके। नेविगेशन और संचार के आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि पायलट को एक समर्पित सूचना तंत्र द्वारा मौसम की रियल-टाइम जानकारी दी जानी चाहिए।
हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की अनुमति देने से पहले मंत्री राममोहन नायडू नेडीजीसीए, एएआई, राज्य सरकार और यूकाडा (उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) के बीच गहन समन्वय सुनिश्चित करने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ देहरादून और दिल्ली में कई समीक्षा बैठकें भी कीं।
मंत्री के निर्देशों के अनुसार, डीजीसीएने 13 से 16 सितंबर 2025 तक सभी हेलीपैडों, हेलीकॉप्टरों, ऑपरेटरों की तैयारियों और सहायक सुविधाओं का व्यापक निरीक्षण करते हुए ऑडिट भी किया। इसके बाद,यूकाडा और हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों को हेलीकॉप्टर संचालन फिर से शुरू करने की मंजूरी दे दी गई।
इसके अतिरिक्त, यात्रा के दौरान सेवा मुहैया कराने वाले हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों और पायलटों को डीजीसीएद्वारा हेलीकॉप्टर सेवा संचालन के लिए संचालन परिपत्र में शामिल चुनौतियों और अपनाए गए अतिरिक्त सुरक्षा उपायों के बारे में भी जानकारी दी गई है।
इससे पहले मई-जून 2025 में चारधाम सेक्टर में हुई कई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं के बाद, विभिन्न उच्चाधिकार प्राप्त समितियों ने कुछ सुरक्षा उपायों को सुझाया था, जिनमें एएआई द्वारा हवाई यातायात नियंत्रकों की तैनाती, आईएमडी द्वारा मौसम विज्ञान अधिकारियों की तैनाती और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) द्वारा नियंत्रण कक्षों में योग्य कर्मियों की तैनाती शामिल है ताकि सुरक्षित हेलीकॉप्टर संचालन सुनिश्चित किया जा सके।