मलबा आने से धारचूला-लिपूलेख एनएच बंद, भूखे-प्यासे वाहनों में काटी रात
पिथौरागढ़। धारचूला-लिपूलेख राष्ट्रीय राजमार्ग में सड़क कटिंग के दौरान भारी मात्रा में मलबा आने से आवाजाही बंद हो गई। इससे इस मार्ग में गुंजी कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौट रहे 80 से अधिक वाहन फंस गए। घंटों बाद भी मार्ग नहीं खुला तो 450 से अधिक लोगों को भूखे-प्यासे ही खुले आसमान के नीचे वाहनों में सोकर रात काटनी पड़ी। 16 घंटे बाद अगले दिन सड़क खुली तब यात्री कहीं जाकर अपने-अपने गंतव्य को रवाना हुए। धारचूला-लिपूलेख राष्ट्रीय राजमार्ग के दोबाट में इन दिनों सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। बीते रविवार को गुंजी कार्यक्रम में शामिल होकर बड़ी संख्या में लोग धारचूला की तरफ लौट रहे थे। शाम छह बजे के करीब हिलवेज कंपनी ने दोबाट स्यांता के पास ब्लास्टिंग की। इससे पहाड़ का एक हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गिरा और मार्ग बंद हो गया। इससे मार्ग में दो किमी लंबी वाहनों की कतार लग गई। देर शाम तक यात्री सड़क खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन मार्ग में आवाजाही सुचारू नहीं हो सकी। आसपास कोई दुकानें भी न होने से यात्रियों को भोजन भी नहीं मिला। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग भूखे पेट ही वाहनों में सो गए। सोमवार को सुबह दस बजे मार्ग से बोल्डर और मलबा हटाया गया, तब आवाजाही सुचारू हुई। केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए रोक लगने के बावजूद ब्लास्टिंग होने से लोगों में हिलवेज कंपनी के खिलाफ आक्रोश है।