चौबट्टाखाल तहसील मुख्यालय में ग्रामीणों ने किया सांकेतिक धरना प्रदर्शन
स्थानीय विधायक व पर्यटन मंत्री पर लगाया उपेक्षा का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। चौबट्टाखाल तहसील मुख्यालय में ग्रामीणों ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप था क्षेत्र में पर्यटन, पेयजल, सड़क, शिक्षा से जुड़ी समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो रहा है। प्रदेश सरकार लगातार क्षेत्र की उपेक्षा कर रही है। ग्रामीाणें ने क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर जन समस्याओं के प्रति गंभीर न होने का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने समस्याओं का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
शनिवार को तहसील मुख्यालय चौबट्टाखाल में पोखड़ा व एकेश्वर ब्लाक के विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने सांकेतिक धरना दिया। इस मौके पर एकेश्वर के पूर्व प्रमुख जसपाल रावत ने कहा कि क्षेत्र में लगातार शिक्षा, उद्यान, कृषि व ग्रामीण विकास से जुड़ी समस्याएं सामने आ रही है। लेकिन इन समस्याओ का समाधान नहीं हो पा रहा है। जीआईसी एकेश्वर, सकनोलीखाल के भवनों का नवनिर्माण, कृषि, उद्यान व शिक्षा विभाग में रिक्त पदों के सापेक्ष नियुक्तियां नहीं हो रही है। जबकि तहसील के प्रशासनिक व आवासीय भवनों के निर्माण को वित्त की स्वीकृति नहीं मिल रही है। पूर्व प्रमुख पोखड़ा सुरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि क्षेत्र की सड़कें जहां खस्ताहाल बनी हैं। वहीं पेयजल को लेकर ग्रामीण परेशान हैं। बरसुंड व भूमियाडांडा पेयजल योजना का निर्माण नहीं किया जा रहा है। क्षेत्र में रोपवे निर्माण, तीलू रौतेली संग्रहालय निर्माण और मछलाड नदी पर झील निर्माण कार्य भी लटके हुए हैं। पूर्व प्रमुख ने कहा कि कोविड नियमो का हवाला देते हुए बीडीसी व जिला योजना की बैठके नहीं हो रही है। जिससे जनप्रतिनियों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कोविड नियमो का पालन करते हुए जल्द बीडीसी व जिला योजना की बैठक आयोजित किए जाने की मांग की। साथ ही क्षेत्र को जीरो टाइगर जोन बनाए जाने की मांग भी की। ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के पर्यटन मंत्री पर क्षेत्र की समस्याओं के प्रति विमुख होने का आरोप भी लगाया। धरना देने वालो में ब्लाक अध्यक्ष कांग्रेस महेंद्र सिंह, कैलाश रावत, बृजेंद्र, महावीर सिंह, सुशील, दिनेश सुंदरियाल, पंकज पोखरियाल, विकास रावत, कृष्णपाल, संजय सिंह, वेदपाल रावत आदि शामिल रहे।