दो सप्ताह से डायलिसिस यूनिट बंद, मरीज देहरादून की दौड़ लागने को मजबूर
श्रीनगर गढ़वाल : वीर चंद्र सिंह गढ़वाली आयुर्विज्ञान शोध संस्थान के टीचिंग बेस चिकित्सालय में दो सप्ताह से डायलिसिस यूनिट बंद पड़ी हुई है। मामले को लेकर मरीजों ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज की है। डायलिसिस यूनिट बंद होने से दूर-दराज से पहुंचे रहे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बेस चिकित्सालय में प्रत्येक दिन 20 से 25 मरीजों का डायलिसिस होता है। श्रीनगर में डायलिसिस यूनिट संचालित नहीं होने से मरीजों को अब देहरादून की दौड़ लगानी पड़ रही है। डायलिसिस कराने पहुंचे घसियामहादेव निवासी प्रमोद रतूड़ी ने बताया कि वर्ष 2022 में दिल्ली एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी। जिसके बाद दिल्ली में ही डायलिसिस शुरू की गई। वर्ष 2023 में बेस चिकित्सालय श्रीकोट में डायलिसिस यूनिट शुरू होने से मरीज को लगा कि अब दिल्ली, देहरादून सहित अन्य स्थानों की दौड़ भाग नहीं करनी पड़ेगी। लेकिन बीते 26 अगस्त से बेस चिकित्सालय में डायलिसिस यूनिट बंद होने से पौड़ी, टिहरी, चमोली और रूद्रप्रयाग से आने वाले मरीजों का डायलिसिस नहीं हो पा रहा है। बताया कि उनका एक सप्ताह में तीन बार डायलिसिस होता है। बेस चिकित्सालय में डायलिसिस की सुविधा न मिलने पर वह बेबस होकर महंगे दामों पर देहरादून में डायलिसिस कराने को मजबूर हैं। वहीं कीर्तिनगर डागर से उत्तम सिंह, काण्डई से कैलाश, गुप्तकाशी से संदीप, रुद्रप्रयाग से शशि बलोनी, चौरास से शैलेश मलासी ने कहा कि श्रीनगर में डायलिसिस यूनिट बंद होने से उन्हें देहरादून जाना पड़ रहा है। बताया कि यूनिट को सुचारु करने के लिए बेस चिकित्सालय प्रशासन से कई बार मांग कर चुके हैं। बावजूद भी कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गयी है। उन्होंने चिकित्सालय प्रशासन से मरीजों की सुविधाओं को देखते हुए जल्द डायलिसिस यूनिट को सुचारु करने की मांग की है। (एजेंसी)