डीआईजी गढ़वाल के बंगले पर तैनात गार्ड को पेड़ की रखवाली का आदेश मामले ने पकड़ा तूल, डीआईजी ने दिये जांच के आदेश तो रिटायर आईपीएस ने डीजीपी से की शिकायत
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। गढ़वाल मंड़ल के डीआईजी मुख्यालय पौड़ी के बंगले में लगे सेब के पेड़ की रखवाली वहां तैनात सुरक्षा गार्ड के लिए आदेश जारी करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में जहां उत्तर प्रदेश के आईजी सिविल डिफेंस लखनऊ से सेवानिवृत्त गोतमीनगर निवासी अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने मामले की शिकायत उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक से की है। वहीं हरकत में आई गढ़वाल मंडल की डीआईजी नीरू गर्ग ने पौड़ी एसएसपी को जांच के आदेश कर दिये है। आदेश में जहां डीआईजी ने आदेश करने वाले अधिकारी की जांच करने करने के लिए कहा है, वहीं इस बात की भी जांच करने के लिए कहा गया है कि पुलिस का यह पत्र कैसे वायरल हो गया।
वायरल आदेश में गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी के कंडोलिया में डीआईजी गढ़वाल का कार्यालय व आवासीय बंगला है। यहां सेब की प्रजाति का एक पेड़ है। जिस पर बड़ी संख्या में सेब लगे हुए हैं। इस सेब के पेड़ व फल की सुरक्षा के लिए सीओ सदर पीएल टम्टा ने प्रतिसार निरीक्षक पौड़ी को आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि डीआईजी गढ़वाल के आवास पर सेब का फलदार पेड़ है। जिसकी सुरक्षा की जाय। पेड़ व फलों को बंदरों से बचाए जाने के लिए सुरक्षा ड्यूटी में तैनात कर्मियों को कड़े निर्देश दिए जाय। साथ ही आदेश के पालन में हीलाहवाली बरते जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
इस बीच सीओ सदर का यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जो वायरल होते हुए उत्तर प्रदेश के आईजी सिविल डिफेंस लखनऊ से सेवानिवृत्त गोतमीनगर निवासी अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर तक पहुंच गया। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी उत्तराखंड से शिकायत की है। शिकायत में ठाकुर ने कहा कि इस तरह का आदेश प्रशासनिक व नैतिक दृष्टि से पूर्णतया गलत है। सुरक्षा ड्यूटी में तैनात जवान का काम पेड़ों के फल की रक्षा करना नहीं होता है। फल को अधिकारी निजी रुप में उपयोग में लाते हैं। इस कार्य में सरकारी गार्ड की ड्यूटी लिया जाना गलत है। उन्होंने इस तरह के आदेश जारी होने को लेकर कार्रवाई की मांग की है। ठाकुर ने कहा कि मामले में विभागीय सख्त कार्रवाई की जाय, इससे सीख मिले, ताकि भविष्य में सरकारी संसाधनों के निजी या अनुचित प्रयोग की संभावना पर विराम लग सके।
क्या कहती है डीआईजी गढ़वाल
डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग का कहना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे मामले की जानकारी मिली है। एसएसपी पौड़ी को पूरे प्रकरण के जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। पत्र किसने तैयार किया, किसने जारी किया व वायरल कैसे हुआ सहित घटना के प्रत्येक पहलू की गहनतापूर्वक जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं।