शिविर से मायूस लौटे दिव्यांग और परिजन
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : बहुउद्देशीय शिविर में दिव्यांगों के प्रमाण पत्र न बनने से दिव्यांग और उनके परिजन मायूस होकर घर लौट गये। परिजनों का कहना है कि जब उन्हें अपने पाल्यों को जांच कराने के लिए बाहर ही ले जाना है तो इस प्रकार के शिविर लगाने का कोई फायदा नहीं है। इस तरह से यह शिविर मात्र खानापूर्ति के लिए लगाए जा रहे है।
गुरूवार को कल्जीखाल ब्लॉक परिसर में समाज कल्याण विभाग की ओर से आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में दिव्यांग सुमित कुमार ग्राम सूरलगांव और दिव्यांग नवीन ग्राम डुंक असवालस्यूं पट्टी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए पहुंचे, लेकिन दिव्यांग प्रमाण पत्र न बनने से वह मायूस होकर वापस घर लौट गये। सुमित के पिता राजेंद्र कुमार और नवीन के भाई ने बताया कि वह गाड़ी बुक करवाकर आए थे, ताकि उनके बेटे का प्रमाण पत्र सकें, लेकिन उन्हें डॉक्टरों ने पहले बाहर दिखाने को कहा। ग्राम प्रधान सुराल गांव रघुवीर रावत ने कहा कि जब दिव्यांगों को बाहर दिखाना है तो इस शिविर का क्या औचित्य है।