नई टिहरी : आपदा प्रभावित भिलंगना ब्लॉक के तिनगढ़ के 72 परिवारों ने ब्योंटी (न्यू तिनगढ़) में आशियाना बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। प्रशासन का प्रयास है कि इसे मॉडल विलेज के रूप में विकसित किया जाए। यहां पर विधिवत तरीके से सड़क के अलावा सोलर स्ट्रीट लाइट, पेयजल कनेक्शन, नालियां और सार्वजनिक बैठक स्थल पर भी बनाया जाएगा। घर बनाने के लिए सरकार ने 4.50 लाख रुपये प्रति परिवार के लिए स्वीकृत किए हैं। जिनमें से पहली किश्त 2.25 लाख रुपये चिन्हित परिवारों को दी गई है। वर्ष 2024 की जुलाई में प्राकृतिक आपदा के कारण बूढ़ाकेदार क्षेत्र के तिनगढ़ गांव में भारी मात्रा में लैंडस्लाइड से पूरा गांव खतरे की जद में आ गया था। लेकिन समय पर जिला और तहसील प्रशासन ने गांव को खाली कराकर वहां किसी अनहोनी होने से टाल दिया था। लेकिन कई घर लोगों की आंखों के सामने ही जमींदोज हो गए थे। जिसके बाद प्रशासन ने 72 परिवारों को निकटवर्ती राहत कैंप जीआईसी बिनकखाल में शिफ्ट किया था। कुछ समय पर राहत कैंप से इन ग्रामीणों को किराए के भवन पर भेजा गया। इस बीच प्रशासन ने गांव के पास ब्योंटी नामे तोक को गांव के पूर्ण विस्थापन के लिए चिन्हित किया। भूवैज्ञानिकों की रिपोर्ट मिलने के बाद इस स्थल को विकसित किया जा रहा है। बीते 7 फरवरी को विधायक शक्ति लाल शाह ने तिनगढ़ के 72 परिवारों को पहली किश्त के रूप में 2.25 लाख रुपये प्रति परिवार के हिसाब से कुल 1.76 करोड़ की धनराशि जारी की थी। धनराशि मिलने के बाद ग्रामीणों ने भवन निर्माण शुरू कर दिया है। डीएम मयूर दीक्षित का कहना है कि इसे न्यू तिनगढ़ के नाम से बासाया जा रहा है। जहां पर एक ही शैली में घर बनाने की योजना है। गांव को मॉडल विलेज के रूप में विकसित करने का प्रयास है। गांव के लिए लोनिवि ने सड़क भी काट दी है। करीब 4 माह के भीतर भवन निर्माण और अन्य कार्य पूरा होने की उम्मीद है। बरसात शुरू होने से पूर्व ग्रामीणों को घर मिल जाएं तो यह उनके लिए भी व्यक्तिगत खुशी का पल होगा। गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट, पैदल पॉथ वे, गौशाला, बिजली और पानी की सभी सुविधाएं दी जाएंगी। (एजेंसी)