आपदा प्रभावितों गांवों में गहराया खाद्यान्न् संकट
पिथौरागढ़। धारचूला, मुनस्यारी के आपदा प्रभावित गांवों में एक पखवाड़ा बीत चुका है लेकिन वहां रहने वाले 50 हजार से अधिक आबादी आपदा की मार अभी भी झेल रहे हैं। विभिन्न गांवों में सड़क, पैदल रास्ते व पुल क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही बंद हो गई है। इससे गांवों में खाद्यान्न संकट गहरा गया है। ग्रामीण कहीं दस तो कहीं 17 किमी पैदल आवाजाही कर पीठ में सामान ढोकर किसी तरह परिजनों का पेट भर रहे हैं। कुछ गांवों में राशन के लिए लोगों को दुगने से अधिक दाम चुकाने पड़ रहे हैं। सामान न मिलने से कई व्यापारियों का कारोबार भी चौपट हो गया है। वहीं मार्ग बंद होने से कई बैंकों में नगदी संकट भी खड़ा हो गया है। आपदा काल में ग्रामीण बैंकों में जमा धन भी नहीं निकाल पा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि आवाजाही बंद होने से गांवों में भूखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। ग्रामीण पेट की आग बुझाने को जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। छोटी-छोटी पगडंडियों और खड़ी चढ़ाई के बीच ग्रामीण बाजार पहुंचकर सामान गांव तक पहुंचा रहे हैं।