नई टिहरी। वर्ष 2024 की जुलाई में बालगंगा और धर्म गंगा में आई आपदा के कारण खतरे की जद में आई बूढ़ाकेदार स्थित सामाजिक संस्था लोक जीवन विकास भारती व आसपास क्षेत्र में हुए नुकसान का पुनर्निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने डीएम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। कहा कि एक बाद में भी इस क्षेत्र में पुनर्निर्माण और सुरक्षात्मक कार्य न होने के कारण खतरा बना हुआ है। बुधवार को पर्यावरणविद् सुरेश भाई के नेतृत्व में बूढ़ाकेदार के आपदा प्रभावितों ने डीएम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। बताया कि 25-26 जुलाई 2024 को आई भीषण बाढ़ ने धर्मगंगा और बालगंगा क्षेत्र की आबादी,खेती,बाड़ी,भवन और नदी के बहाव को बुरी तरह प्रभावित किया था।
इस बाढ़ की चपेट में सामाजिक संस्था लोक जीवन विकास भारती के परिसर और उसके आसपास स्थित अनुसूचित जाति के लोगों की जो खेती-बाड़ी भी मलबे में तब्दील हुई थी। यहां पर करीब 4 से 10 मीटर ऊंचे मलबे के ढेर लगे हुए हैं। नदी का प्रवाह यहां स्थित आवासीय भवनों की तरफ है,जो आने वाली बरसात में खतरे का कारण बन सकते हैं। उन्होंने डीएम ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्निर्माण कार्य किए जाए। ताकि संस्था और अनुसूचित के परिवारों को खतरे से बचाया जाए। बताया कि संस्था पिछले 45 वर्षों में आई कई आपदाओं से प्रभावित हुए लगभग 10,000 परिवारों की मदद की है और यहां पर बुनियादी शिक्षा के साथ ही छोटी पनबिजली और जल ऊर्जा के अन्य प्रयोग और कुटीर उद्योगों के विकास के लिए एक प्रदर्शन केंद्र काम कर रहा था,वह भी बाढ़ की भेंट चढ़ गया है। ज्ञापन पर संस्था के मंत्री जयशंकर नगवान,अव्वल छनवान,किशोरी लाल,नागेंद्र दत्त आदि हस्ताक्षर शामिल।