अनुशासन, परिश्रम और सत्यनिष्ठा ही सफलता का मूल मंत्र

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : ब्रिगेडियर विद्याधर जुयाल संस्कृत विद्यालय, भुवनेश्वरी में भी शुक्रवार को शिक्षक दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह दिवस भारत के द्वितीय राष्ट्रपति एवं महान शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस मौके पर विद्यालय प्रबन्धक राजेन्द्र जुयाल ने सभी शिक्षकों को उत्कृष्ट कार्य हेतु शुभकामनाएं दीं। प्रधानाचार्य अनसूया प्रसाद सुंदरियाल एवं उपाचार्य नवीन जुयाल ने कहा कि अनुशासन, परिश्रम और सत्यनिष्ठा ही सफलता का मूल मंत्र है।
इस अवसर पर विद्यालय में कविता-पाठ, भाषण, गीत, नृत्य एवं नाट्य-प्रदर्शन सहित विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। विद्यार्थियों ने अपने गुरुजनों को पुष्प गुच्छ व उपहार अर्पित कर शिक्षा के महत्व पर विचार व्यक्त किए। विद्यार्थियों ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसे गुरुकुल में अध्ययन का अवसर मिला है, जहां प्रात: 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक गुरुजनों के सानिध्य में न केवल पुस्तकीय ज्ञान, बल्कि जीवनोपयोगी विविध कार्यों का भी अभ्यास कराया जाता है। आचार्य नवीन ममगाईं ने कहा कि समर्पित शिक्षकों का सानिध्य छात्रों का सबसे बड़ा सौभाग्य है। इस अवसर पर आचार्य अनूप कुकरेती, कमलदीप, ईशान डोभाल, नीरज पटवाल, आशीष डबराल एवं अंकित मैठाणी ने अपने विचार व्यक्त किए।

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