एड्स से बचाव को अनुशासित जीवन शैली जरूरी
टिहरी : विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या पर राजकीय महाविद्यालय में एड्स पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्राचार्य यूसी मैठाणी ने छात्रों और स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि एड्स से बचाव के लिए अनुशासित जीवनशैली आवश्यक है, क्योंकि यह एक लाइलाज वायरस संक्रमण है। गोष्ठी में डॉ. जितेंद्र नौटियाल ने एड्स की उत्पत्ति और निवारण उपायों पर चर्चा की। डॉ. रंजीता जौहरी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की थीम सही रास्ते पर चलें: मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार पर प्रकाश डाला। डॉ. राजपाल रावत और डॉ. सोनी तिलारा ने सुरक्षित शारीरिक देखभाल और असुरक्षित यौन संबंधों से बचने की सलाह दी। एनएसएस नोडल अधिकारी डॉ. मनोज फोंन्दड़ी ने टैटू बनवाने और सिरिंज के उपयोग पर ध्यान देने की बात की। इस अवसर पर डॉ. सृचना सचदेवा, डॉ. बीपी पोखरियाल, डॉ. विक्रम सिंह बत्र्वाल, डॉ. ज्योति शैली, रचना कठैत, रंजना जोशी, नितिन शर्मा, गिरीश जोशी, प्रधान सहायक सूरवीर दास, विशाल त्यागी, भूपेंद्र, अजय आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)