चमोली। नये जिलों के निर्माण की चर्चा के बीच ग्रीष्मकालीन राजधानी बनी गैरसैंण को और थराली को जिला बनने की आस एक बार फिर जग गई है। गैरसैंण जिला बनाओ संघर्ष समिति के समन्वयक पूरण सिंह नेगी कहते हैं गैरसैंण को जिला बनाने की मांग साल 2000 से लगातार जारी है। सामाजिक कार्यकर्ता अवतार सिंह नेगी बताते हैं कि गैरसैंण को जिला बनाने के लिये जनता लोकतांत्रिक ढंग से आन्दोलन, धरना लगातार दिया जा रहा है। गैरसैंण को जिला बनाने की मांग का समर्थन और मांग कांग्रेस के साथ समय-समय पर सत्ताधारी भाजपा और उक्रांद भी कर रही है। स्वतंत्र विश्लेषक भी गैरसैंण को जिला बनाने के औचित्य को सही मानते हैं। थराली को जिला बनाने की मांग भी समय-समय पर उठी है। थराली जिला बनाओ संघर्ष समिति ने थराली को जिला बनाने की मांग को लेकर प्रशासन और शासन के अधिकारियों और नेताओं से मुलाकात कर मांग रखी है। थराली जिला बनाने को लेकर पिंडर क्षेत्र के विकास के तर्क और भौगोलिक परिस्थितियां बताईं गईं हैं। कर्णप्रयाग को जिला बनाने की मांग भी समय-समय पर उठी है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामचंद्र उनियाल समेत कई नेता और स्थानीय जनता कर्ण प्रयाग जिला बनाने मांग और आन्दोलन कर चुके हैं।