किसानों की समस्याओं पर हुई चर्चा

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रुद्रप्रयाग। अखिल भारतीय किसान सभा गांव कमेटी का 18वां सम्मेलन प्राथमिक विद्यालय शेरसी में किसान नेता सूरज लाल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए किसान सभा के प्रान्तीय महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने कहा कि अखिल भारतीय किसान सभा की स्थापना 11 अप्रैल 1936 को स्वामी सहजानंद सरस्वती ने की थी। उस दौर में किसान सभा ने देश के किसानों को संगठित कर देश को अंग्रेजी हुकुमत से आजादी दिलाई थी। और आज फिर किसान सभा के अंदर किसान विरोधी सरकारों की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है। किसान सभा ने देश के पांच सौ किसान संगठनों को संगठित कर एक बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया है। सम्मेलन में किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने, जंगली जानवरों के आंतक से निजात दिलाने एवं एनएच की ओर से शेरसी में वन पंचायत की भूमि पर अवैध अतिक्रमण का प्रस्ताव पारित किया गया। सम्मेलन में ग्राम कमेटी के लिए नई कार्यकारिणी का चुनाव करते हुए 29 सदस्यों को शामिल किया गया। जिसमें अध्यक्ष सूरज लाल, उपाध्यक्ष उर्मिला सेमवाल, अरविंद सेमवाल, सचिव मोहन नौटियाल, सह सचिव विपिन सेमवाल व आनंदी देवी एवं कोषाध्यक्ष सतेश्वरी देवी को चुना गया। इसके अलावा खीमांनद गोस्वामी, अरुण कुमार, सुनील कुामर, सूरज शर्मा, विष्णुदत सेमवाल, रामेश्वर प्रसाद समेत कई सदस्यों को सदस्यों में शामिल किया गया। इस अवसर पर सीटू के जिला मंत्री बीरेन्द्र गोस्वामी, जनवादी महिला समिति की जिला मंत्री उमा नौटियाल, सुलोचना देवी, कुसुम देवी, संदीप गोस्वामी, उमेश नौटियाल समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

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