मेस निविदा आवंटन को लेकर फिर उठा विवाद
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में मैस निविदा आवंटन को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेसियों ने मैस निविदा आवंटन पर सवाल उठाते हुए ई-निविदा जारी किए जाने के साथ ही पूरे प्रकरण की जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि निविदा षड़यत्र कर जारी की गई, जो नियमो का घोर उल्लंघन है।
बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व पूर्व ब्लाक प्रमुख कोट नवल किशोर के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने डीएम/संस्थान के प्रभारी निदेशक विजय कुमार जोगदंडे से मुलाकात की। इस मौके पर नवल किशोर ने बताया कि जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी को कुछ अधिकारियों ने भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया है। कुलसचिव ने नवंबर 2020 में कूट रचना कर न्यून प्रसार वाले समाचार पत्र में मैस की निविदा जारी की। जिसे अब आवंटित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार उक्त निविदा ई-निविदा के माध्यम से जारी होनी चाहिए थे। जिसका प्रचार-प्रसार हो सके, लेकिन कुलसचिव ने चहेती फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए प्रोक्यूरमेंट नियमों का खुला उल्लंघन किया है। नवल किशोर ने कहा कि निविदा के तहत वर्तन व उपकरण खरीद के अनुमोदन को क्रय समिति की बैठक होने वाली है। उन्होंने डीएम से कहा कि आपको अंधेरे में रखकर संस्थान के कुलसचिव अनुमोदन प्राप्त कर रहे हैं। क्रय समिति की बैठक से पहले मामले का भौतिक सत्यापन किया जाय। युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष आशीष नेगी ने कहा कि संस्थान ने 2018 को मैस निविदा जारी की थी। जिसका स्थानीय लोगों ने जोरदार विरोध किया था। जिसके बाद यह निविदा निरस्त हो गई थी। लेकिन अब कूट रचना के साथ कुलसचिव ने चहेते को लाभ पहुंचाने के लिए बाहरी फर्म को आवंटित कर दी है। उन्होंने कहा इसके अलावा संस्थान में सिविल निर्माण कार्यों की निविदा एक समान प्रकृति के होने के बावजूद तोड़-तोड़ कर जारी किए जाते रहे हैं। वह भी न्यून प्रसार वाले समाचार पत्र में ही प्रकाशित किए जाने रहे हैं। डीएम जोगदंडे ने मामले की जांच करवाए जाने का भरोसा दिया। इस अवसर पर कैलाश बिष्ट, संजय नेगी, मोहित सिंह, बलवीर राणा, सतीश चंद्र आदि मौजूद रहे।