-19 साल की उम्र में चेस वर्ल्ड कप जीतकर रचा था इतिहास
नागपुर, महिला शतरंज विश्व कप विजेता दिव्या देशमुख 30 जुलाई की देर रात नागपुर पहुंचीं, जहां उनका हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया. दिव्या के स्वागत के लिए प्रशंसक की हवाई अड्डे पर काफी ज्यादा भीड़ जमा हो गई थी. जब दिव्या एयरपोर्ट से बाहर आई तो उनका फूलों की माला और गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया गया.
दिव्या देशमुख ने महिला चेस वर्ल्ड कप में अपने हमवतन खिलाड़ी कोनेरू हम्पी को हराकर यह उपलब्धि हासिल की है. दिव्या की यह सफलता कई मायनों में खास रही. परिणामस्वरूप, हजारों नागपुरवासी और छात्र दिव्या का उत्साह बढ़ाने के लिए एकत्रित हुए. दिव्या के माता-पिता और रिश्तेदार भी हवाई अड्डे पर मौजूद थे. दिव्या ने हवाई अड्डे पर आए सभी लोगों का अभिवादन के लिए धन्यवाद भी किया.
जॉर्जिया के बटूमी में फिडे शतरंज विश्व कप का खिताब जीतने के बाद दिव्या देशमुख का नागपुर हवाई अड्डे पर स्वागत किया गया. इस अवसर पर दिव्या ने कहा, इतने सारे लोगों को यहां देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. लेकिन उन्होंने अपनी सफलता का क्रेडिट अपनी माता पिता को दिया और कहा कि मेरी ये सफलता मेरे माता-पिता, परिवार और मेरे पहले कोच की बदौलत है. सभी के सहयोग से मैं यहां तक पहुंच पाई हूं.
नागपुर की दिव्या देशमुख ने 19 साल की उम्र में महिला शतरंज विश्व कप जीतकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है. भारतीय स्टार खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी को हराकर विश्व शतरंज चैंपियनशिप में 88 वें भारतीय ग्रैंडमास्टर बनीं हैं. उनकी अभूतपूर्व सफलता के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा एक भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया जाएगा. दिव्या को 2 जुलाई को नागपुर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा सम्मानित किया जाएगा. इस मौके पर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राजस्व मंत्री और पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, खेल और युवा कल्याण मंत्री दत्तात्रेय भारणे और राज्य मंत्री आशीष जायसवाल भी मौजूद होंगे.
दिव्या देशमुख ने जॉर्जिया के बटुमी में आयोजित 2025 फिडे महिला शतरंज विश्व कप अपने ही देश की कोनेरू हम्पी को हराया. उससे पहले दिव्या ने सेमीफाइनल में चीन की टैन झोंगयी को 1.5-0.5 से हराया था. क्वार्टर फाइनल में दिव्या ने ग्रैंडमास्टर जीएम हरिका ध्रोनावल्ली को मात दी थी.