जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नागरिक मंच ने उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी व पूर्व काबीना मंत्री दिवाकर भट्ट के योगदान को याद किया। कहा कि उत्तराखंड राज्य गठन के लिए किया गया उनका संघर्ष कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस दौरान दो मिनट मौन का धारण कर उनकी आत्मा शांति के लिए प्रार्थना की गई।
बैठक में नागरिक मंच के साथ ही अन्य संगठन के लोगों ने भाग लिया। वक्ताओं ने कहा कि दशकों पूर्व जब उत्तराखंड राज्य गठन की रणनीति तैयार की गई तो उसमें सबसे बड़ी भूमिका दिवाकर भट्ट निभाई। दिवाकर भट्ट ने उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने के लिए कई बार अनशन किया। आंदोलन को उसके अंजाम तक पहुंचाने में दिवाकर भट्ट ने बड़ी भूमिका निभाई। कहा कि दिवाकर भट्ट का चला जाना हम सभी के लिए बड़ी क्षति है। शोक व्यक्त करने वालों में महेंद्र रावत, आरपी पंत, प्रवेश नवानी, जयदीपक रावत, चित्रमणी देवलियाल, उमेद भंडारी, कैलाश थलेडी, राकेश लखेड़ा, अतुल भट्ट, भरत मोहन, बिजेंद्र उनियाल, दिनेश पोखरियाल, शिवप्रसाद कुकरेती, कुलदीप असवाल, सुरेंद्र भाटिया, एसएन पांडेय, शंकर गौड़ सहित अन्य मौजूद रहे।