सीएम की विभाग स्तर पर लंबित घोषणाओं पर भड़के डीएम
डीएम ने रोका सिंचाई विभाग के एक्शन और क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी का वेतन
शिक्षा और बाल विकास विभाग के अधिकारी को भेजा कारण बताओ नोटिस
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : मुख्यमंत्री घोषणाओं पर विभागीय स्तर पर बरती जा रही शिथिलता पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खण्ड दुगड्डा अजय जॉन व क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी संस्कृति विभाग आशीष कुमार का माह नवम्बर का वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं। जबकि शिक्षा विभाग व बाल विकास विभाग के किसी भी अधिकारी द्वारा बैठक में प्रतिभाग नहीं करने पर जिलाधिकारी ने कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिये हैं।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री घोषणाओं की स्थिति को लेकर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जिला कार्यालय सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। जनपद क्षेत्रांतर्गत विभिन्न भ्रमणों के दौरान की गयी कुल 59 घोषणाओं में से 08 घोषणाएं पूर्ण, 21 शासन स्तर पर, 3 विलोपित, जबकि 27 विभागीय स्तर पर लम्बित है, जिन पर अभी तक कार्यारम्भ नहीं हुआ है। विभागीय स्तर पर लम्बित घाषणाओं को लेकर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट की। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभागीय स्तर पर लम्बित घोषणाओं पर त्वरित गति से कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि घोषणाओं को धरातल पर लागू करने के लिए स्थल चयन व डीपीआर दो मुख्य बाते है जिन पर अधिकारियों को व्यक्तिगत रुची लेकर पत्रावलीयां तैयार करवाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आगामी 30 नवम्बर को मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तावित सीएम घोषणाओं की समीक्षा बैठक से पूर्व विभागाध्यक्ष घोषणाओं पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। कोटद्वार में हाईमास्क लाईट लगाये जाने सम्बंधी घोषणा पर जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त कोटद्वार, कोषाधिकारी व अधिशासी अभियन्ता यूपीसीएल की तीन सदस्य कमेटी का गठन करते हुए कार्य पूरा करने के निर्देश दिये हैं। जिन घोषणाओं पर विभागीय स्तर पर धीमी कार्यवाही रही उनमें विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार के अन्तर्गत नशामुक्ति केन्द्र की स्थापना, दंगलेश्वर महादेव मंदिर सतपुली के निकट स्नानागार व मंदिर स्तरीय विकास, कोट ब्लॉक के फलस्वाड़ी सीता माता मंदिर को विकसित करने, राज राजेश्वरी मंदिर देवलगढ़ में रेटरोफिटिंग व रिस्टोरेशन कार्य, विधानसभा यमकेश्वर के अन्तर्गत गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी में विज्ञान की कक्षाओं के संचालन, प्रवेश द्वार कोटद्वार के कौड़िया, सिद्धबली मंदिर, चिल्लरखाल पाखरौं का सौन्दर्यकरण कार्य सहित पर्यटन विभाग की वन भूमि स्थानान्तरण के कारण लम्बित घोषणाऐं शामिल है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, नगर आयुक्त कोटद्वार वैभव गुप्ता, अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि पीएस बृजवाल, डीडीओ मनविंदर कौर, डीएसटीओ राम सलोने, जिला पर्यटन विकास अधिकारी प्रकाश खत्री सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।