डेंगू रोकथाम में लापरवाही पर डीएम नाराज, सीएमओ, नगर आयुक्त व एसीएमओ से मांगा स्पष्टीकरण
जिलाधिकारी आशीष चौहान ने राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में ली डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार शहर में लगातार बढ़ रहे डेंगू के बाद भी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही। जिलाधिकारी ने बेस अस्पताल में चिकित्सकों व अधिकारियों की बैठक लेते हुए उन्हें व्यवस्थाओं में सुधार के सख्त निर्देश दिए। बैठक में यह भी सामने आया कि वार्डों में नियमित रूप से फागिंग नहीं हो रही है। डोर-टू-डोर सर्वे के भी गलत आंकड़े दिए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण में नगर आयुक्त, मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के स्पष्टीकरण तलब किए हैं। साथ ही 24 सितंबर तक डोर-टू-डोर सर्वे कार्य संपन्न करने के निर्देश भी दिए।
शनिवार को जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बेस अस्पताल में प्रमुख अधीक्षक कक्ष में डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने डेंगू को लेकर बरती जा रही लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि डेंगू को लेकर लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में गली-मोहल्लों में निमित रूप से फागिंग न होने पर नगर आयुक्त का स्पष्टीकरण तलब किया गया। कहा कि डेंगू के खात्मे के लिए प्रत्येक वार्ड व गली-मोहल्ले में फागिंग होना आवश्यक है। बैठक के दौरान आशा कार्यकत्र्ताओं को डोर-टू-डोर सर्वे के लिए सौंपे गए घरों की संख्या और बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रस्तुत आंकड़ों में विरोधाभास होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि डेंगू रोकथाम संबंधी कार्रवाई में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी ने क्षेत्र में नामित आठ जोनल मजिस्ट्रेटों को अपने-अपने क्षेत्र में सफाई निरीक्षक व आशा कार्यकत्र्ताओं के कार्यों पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। साथ ही लापरवाही बरतने वाले कार्मिक का नाम उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। बताया गया कि 22 सितंबर तक कोटद्वार नगर क्षेत्र में डेंगू के 111 मामले सामने आए। उन्होंने बैठक के दौरान आशा सुपरवाइजर के माध्यम से क्षेत्र में कार्य कर रही आशा कार्यकर्ताओं से फोन पर वार्ता कर उनकी उपस्थित व सक्रियता की जानकारी ली। आशा कार्यकर्ताओं की ओर से दी गई सर्वे रिपोर्ट व स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में विभिन्नता पाए जाने पर जिलाधिकारी ने तीन दिन के भीतर सही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को नगर क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या तीन, किशनपुरी, लकड़ीपड़ाव, शिब्बूनगर वार्ड-8 और रेलवे स्टेशन के आसपास नियमित रूप से फोगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे का छिड़काव करवाने के निर्देश दिए। बैठक में उप जिलाधिकारी सोहन सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुमित बर्मन, डा. दिनेश कुमार, डा. सुनील शर्मा सहित अन्य जोनल मजिस्ट्रेट उपस्थित थे।