डीएम ने किया सितारगंज के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
रुद्रपुर। डीएम ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद सबसे पहले सितारगंज क्षेत्र का भ्रमण कर नदियों में आने वाली बाढ़ की स्थिति व उनसे निपटने के संसाधनों को परखा। बैगुल नदी पुल पर पहुंचे डीएम ने प्रभावित सितारगंज शहर व अरविंदनगर के बारे में जानकारी ली। अफसरों ने बताया कि सितारगंज को बाढ़ से बचाने के लिए नदी को गहरा कर तटबंध मजबूत किए गए है। जबकि समाधान के लिए नदियों को जरूरत के मुताबिक सफाई, चौनलाइज किया जाएगा। राजस्व अफसरों ने बताया कि प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारी पूरी कर ली है। रविवार को जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने अरविंदनगर, रूदपुर में बैगुल, सूखी नदी, उकरौली में कैलाश नदी, चीकाघाट पुल के पास, कैलाश नदी व नानकसागर जलाशय का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नदी से जो सिल्ट निकाली गई है, उसको नदी के किनारे से हटाने के लिए शीघ्र नीलामी की कार्यवाही करें। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि सभी बाढ़ चौकियों में बचाव व राहत कार्य से संबंधित सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित लोगों को ठहराने के लिए अभी से आश्रय स्थलों को चिह्नित कर लें। बैगुल नदी पुल पर पहुंचे डीएम, एडीएम जयभारत सिंह ने सिंचाई विभाग के ईई बीसी नैनवाल से नदियों के संबंध में जानकारी ली। इसके बाद ईई ने डीएम को डूब क्षेत्र अरविंदनगर का निरीक्षण कराया। उन्होंने बताया कि जलभराव होने पर प्रभावितों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया जाता है। डीएम ने बाढ़ से निपटने के लिए अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट, तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी, एसडीओ बीसी पंत, अपर सहायक अभियंता सतपाल सिंह, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी मौजूद रहे।