हरिद्वार। अलकनंदा नदी में जल का प्रवाह अतिरिक्त 70 क्यूमेक बढ़ने के बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिले के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हाई अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, अधिकारियों और कर्मचारियों को अपना मोबाइल फोन स्विच नहीं करने के निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों के तहत सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे। रविवार को जिला चमोली के विष्णु प्रयाग बैराज से अलकनंदा में 70 क्यूमेक अतिरिक्त जल प्रवाह बढ़ने के बाद गंगा के जलस्तर में संभावित वृद्धि की आशंका पर डीएम ने जिले में सतर्कता के निर्देश जारी किए। डीएम ने बताया कि चमोली बैराज पर अचानक सिल्ट (गाद) बढ़ने के कारण अलकनंदा में जल का प्रवाह 182 क्यूमेक हो गया है। सामान्य तौर पर अलकनंदा में 112 क्यूमेक पानी का बहाव रहता है। सिल्ट के कारण जल के प्रवाह में 70 क्यूमेक की अतिरिक्त वृद्धि हुई है। इस कारण निचले हिस्सों में जल प्रवाह तीव्र होने की आशंका से जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने की संभावना है। डीएम ने बताया कि जल वृद्धि की संभावनाओं के तहत लोगों से गंगा के तटीय इलाकों में जाने से बचने, गंगा में स्नान करते समय विशेष सावधानी बरतने और निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करने की अपील की गई है।