डीएम ने की बाल श्रम उन्मूलन कार्यों की समीक्षा
बागेश्वर। डीएम रंजना राजगुरु ने बाल श्रम उन्मूलन के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बाल मजदूरी न केवल अपराध है, बल्कि इससे
समाज में कई तरह की कुरीतियां पैदा होती हैं। उन्होंने बाल श्रम के पूर्ण उन्मूलन के लिए पुलिस और संबंधित अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी करने
को कहा। पकड़े जाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिला कार्यालय में डीएम ने बाल श्रम उन्मूलन के लिए गठित टास्क फोर्स की बैठक ली।
उन्होंने श्रम प्रवर्तन अधिकारी से संयुक्त छापेमारी के दौरान होटल, निर्माण स्थल, ढाबे और खनन क्षेत्रों में चेकिंग करने को कहा। उन्हें श्रमिकों को सरकार से चलाई
जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी व पात्र लोगों तक उनका लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए। जिला टास्क फोर्स अधिकारी से छह से 14 साल तक की आयु
के श्रमिक कहीं कार्य करते पाए जाने पर उसे मुक्त कराते हुए समाज कल्याण विभाग को सूचित करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत राज अधिकारी से ग्राम प्रधानों
को पत्र देकर उनका सहयोग लेने को कहा। बाल श्रम के कानून व उसके प्राविधानों का जनता में प्रचार प्रसार कराने के निर्देश दिए। श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुरेश चंद्र
ने बताया कि जिले में बाल श्रम से संबंधित कोई भी मामला नहीं है। बाल एवं किशोर श्रम को लेकर कराए गए सर्वेक्षण में भी इस तरह का मामला प्रकाश में नहीं
आया है। बैठक में एडीएम राहुल कुमार गोयल, डिप्टी सीएमओ डॉ. वीके सक्सेना, अपर परिजयोजना निदेशक शिल्पी पंत, जिला पंचायत राज अधिकारी रामपाल
सिंह, एसएचओ दौलत राम आर्या , सदस्य बाल कल्याणसमिति मोहन चंद्र जोशी मौजूद रहे।