डीएम ने लिया केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। रुद्रप्रयाग से होते हुए सोनप्रयाग, सीतापुर और गौरीकुंड में डीएम ने व्यवस्थाएं देखीं। साथ ही निर्माण कार्यों में लगी संस्थाओं को तेजी से कार्य के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी यात्रा के लिए समय पर व्यवस्थाएं पूरी होनी चाहिए। दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी मनुज गोयल ने केदारनाथ यात्रा मार्ग में पुनर्निर्माण कार्यों के साथ ही व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने पूर्व में ही यात्रा को देखते महत्वपूर्ण पड़ाव सोनप्रयाग में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा निर्माणाधीन परियोजना मल्टी लेवल पार्किंग टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर व शॉपिंग काम्पलेक्स का निर्माण कार्य में देरी पर 3 दिन के भीतर कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने व समया अवधि पर स्पष्टीकरण ने देने की स्थिति में संबंधित संस्था के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 2005 की सुसंगत धाराओं में वैधानिक कार्यवाही का नोटिस जारी किया गया था। जिलाधिकारी का कहना है कि उक्त निर्माणाधीन परियोजना का कार्य उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लि. द्वारा किया जा रहा है किन्तु कार्य बीते पांच वर्षों से लंबित व अपूर्ण था, जिस कारण हर वर्ष केदारनाथ यात्रा में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में संस्था द्वारा निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने सीतापुर व सोनप्रयाग पार्किंग का निरीक्षण करते हुए संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को पार्किंग निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही दोनों पार्किंग में प्रतिदिन कार्य की प्रगति रिर्पोट देने को कहा। सीतापुर में निर्माणाधीन पार्किंग के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा पार्किंग की साइड से अवैध रूप से होटल, ढाबों का निर्माण किया गया है जिसको लेकर उप जिलाधिकारी ऊखीमठ को जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने डीडीएमए को पार्किंग के समीप खाली भू-भाग में श्रमिकों की संख्या बढाते हुए नई पार्किंग स्थल का निर्माण कार्य अप्रैल तक पूरा करवाने के निर्देश दिए। जीएमवीएन में निर्मित दो पुराने हटों को यात्राकाल में वहां तैनात प्रशासनिक अधिकारियों के लिए उपलब्ध करोन, घोड़ा-पड़ाव का सदुपयोग, गौरीकुंड में जीर्ण-शीर्ण प्राथमिक विद्यालय की खसरा खतौनी आख्या सहित उपलब्ध कराने, सीतापुर, सोनप्रयाग व गौरीकुंड का जीआईएस मैपिंग करने, वर्षा के जल के लिए ड्रेन बनाने, त्रियुगी नारायण परिसर में स्वच्छ भारत के तहत शौचालय निर्माण के निर्देश दिए। सोनप्रयाग में बीते वर्ष बादल फटने के कारण पाती गदेरे में जमा अत्यधिक मलबा व बोल्डर्स से पैदा हुए खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पाती गदेरे में रिवर ट्रेनिंग के लिए उपजिलाधिकारी ऊखीमठ व खनन अधिकारी को निर्देशित किया।