नई टिहरी। डीएम नितिका खण्डेलवाल ने गुरुवार को पुनर्वास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक ली। डीएम ने डूब क्षेत्रों और पुनर्वास के तहत आवासीय और कृषि भूमि की जानकारी लेते हुए पुनर्वास निदेशक को फाइल प्रस्तुत करने के निर्देशित किया। जनता दर्शन में दर्ज शिकायतों को श्रेणीवार बनाकर निस्तारित कर जानकारी देने को कहा। जिससें एक जैसी समस्याओं का क्रमवार समय से निवारण किया जा सके। बैठक में अधिशासी निदेशक पुनर्वास आरके गुप्ता ने डूब क्षेत्र के गांवों, टीएचडीसी स्थापना निधि, भर्ती प्रक्रिया और पुनर्वास नीति की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने पथरीबाग-1 की भूमि पर लोगों को भूमिधरी न मिलने पर आपत्ति और पथरीबाग 2,3 व 4 में कैम्प लगा कर कब्जा देने की प्रकिया से अवगत कराया। जिसमें 10-12 लोगो को कब्जा देना बाकी रहने की के बारे में बताया गया। बताया कि ऋषिकेश में विस्थापित सात गांव में से तीन गांव का भूमिधारी अधिकार हो गया है तथा चार का गतिमान है। इसके अलावा चौदह गांव का आईआईटी रुड़की द्वारा ड्रोन सर्वे से स्थलाकृतिक सतह का डिजिटल मॉडल बना कर भू-व्यवस्था चेक करने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने हरिद्वार के बहादराबाद में सुमन नगर में 255 लोगों को भूमिधारी की मांग तथा टिहरी शहर में कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थान एवं लोगों की भूमिधरी न होने की भी जानकारी दी। बैठक में प्रभारी अधिकारी पुनर्वास संदीप कुमार, टीएचडीसी से अधिशासी निदेशक एलपी जोशी, महाप्रबंधक विजय सहगल, वरिष्ठ प्रबंधक आरपी थपलियाल आदि मौजूद रहे।