आपदाग्रस्त गांव पहुंचे डीएम, नुकसान का लिया जायजा
शुक्रवार रात आई आपदा के कारण गांव में हुआ था भारी नुकसान
प्रभावित परिवारों को आपदा मोचन निधि से सहायता राशि देने के दिए निर्देश
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: दो दिन पूर्व यमकेश्वर विधानसभा के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर अतिवृष्टि के चलते जान माल का नुकसान का जायजा लेने रविवार को जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान पहुंचे। इस दौरान स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट भी मौजूद थी। उन्होंने मराल तल्ली, बिनक व ढौरपाली गांव में आपदा से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने मृतक महिला के परिजनों से भी मुलाकात की। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि तत्काल प्रभावित परिवार को आपदा मोचन निधि से सहायता राशि मुहैया कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि गांव में विद्युत, पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था करें। वहीं प्रभावितों परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा हर तरह की सहायता दी जा रही है।
जिलाधिकारी ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि आपदा प्रभावित परिवारों को खानपान, पेयजल, विद्युत सहित अन्य व्यवस्थाओं में लापरवाही न करें। कहा की प्रभावितों को अन्य सुविधा की आवश्यकता है तो वह भी तत्काल पूर्ण करें। जिससे उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि गांव में पशु चारा समय समय पर उपलब्ध कराएं। वहीं उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि आपदा से कृषि भूमि की हुई क्षति की आख्या रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जिससे ग्रामीणों को ससमय पर कृषि मुआवजा वितरण किया जा सकेगा। इसके अलावा जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अतिवृष्टि से गांव में फैले मलबे को तत्काल हटाए। स्थानीय विधायक, जिलाधिकारी, एसएसपी व उपजिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने 05 किमी पैदल चलकर ढौरपाली गांव पहंचे, जहां उन्होंने अतिवृष्टि से हुई क्षति का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांव में पैदल मार्ग सहित अन्य व्यवस्था सुचारू करें। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को अतिवृष्टि से हुई क्षति का मुआवजा समय पर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि जहां-जहां अतिवृष्टि क्षति हुई है उसकी रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग को प्रभावित परिवारों को खाद्यान सामाग्री वितरित करने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को जहां-जहां मोटर मार्ग व पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें समय पर सुचारू करने के निर्देश दिए। कहा कि जिन मकानों का खतरा बना है उन्हें गांव के पंचायत भवन या अन्य सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करें। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र सिंह चौधरी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. देवेंद्र सिंह बिष्ट, जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संतोष उपाध्याय, खण्ड विकास अधिकारी दृष्टि आनंद, ग्राम प्रधान अनिता देवी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे