डीएम ने की जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बाहय सहायतित एवं बीस सूत्री कार्यक्रमों की प्रगति समीक्षा
चमोली। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बाहय सहायतित एवं बीस सूत्री कार्यक्रमों की प्रगति समीक्षा की। उन्होंने विभागों को पिछले अवशेष कार्यो और प्रस्तावित कार्यो को शीर्ष प्राथमिकता पर पूरा करते हुए शत प्रतिशत व्यय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने विभागों को निर्देशित किया कि जो योजनाएं पूर्ण हो गई है, उनका तत्काल भुगतान किया जाए। ऐसी योजनाएं जिसमें धनराशि अवमुक्त होनी वाली है, उनका टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाए, ताकि धनराशि मिलने में तत्काल काम शुरू हो सके। विभागों द्वारा निर्माणदायी संस्थाओं को जो कार्य दिए गए है, उन कार्यो की विभाग स्वयं मनिटरिंग करते हुए गुणवत्ता के साथ समय से पूरा कराना सुनिश्चित करें। लोनिवि, वन, सिंचाई, पेयजल, बाल विकास विभागों के अन्तर्गत संचालित कार्यो की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारियों को तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी कहा कि राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बाह्य सहायतित और 20 सूत्री कार्यक्रमों के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यो को भी जल्द से जल्द पूरा करते हुए शत प्रतिशत व्यय करना सुनिश्चित करें। लोनिवि के नोडल अधिकारी द्वारा बैठक में आधी अधूरी जानकारी से नाराज जिलाधिकारी ने उन्हें कारण बताओं नोटिस भी जारी किया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को हिदायत दी कि विभाग द्वारा संचालित कार्यो की पूरी जानकारी के साथ बैठक में प्रतिभाग करें। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ने बताया कि जिला योजना के अंतर्गत अनुमोदित परिव्यय 6875़34 लाख के सापेक्ष 2291़44 लाख धनराशि विभागों को अवमुक्त की गई है, जिसमें से अभी तक विभागों ने 72़43 प्रतिशत व्यय कर लिया है। राज्य सेक्टर के अन्तर्गत अवमुक्त 17041़73 लाख के सापेक्ष 11़72 तथा केन्द्र पोषित में अवमुक्त 48203़61 लाख के सापेक्ष 15़74 प्रतिशत धनराशि विभागों द्वारा व्यय की जा चुकी है। बैठक में सीडीओ डा़ ललित नारायण मिश्र, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, एसीएमओ ड़ उमा रावत सहित समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।