नई टिहरी : डीएम मयूर दीक्षित के निर्देश पर बीती 10 मई से शुरू हुए एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम में स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग की टीमें काम कर रही हैं। डीएम ने टीमों को तत्परता से कार्य करते हुए एनीमिया को खत्म करने पर बल देने को कहा। स्वास्थ्य विभाग को भी कार्ययोजना बनाकर तीन साल के भीतर जनपद टिहरी में एनीमिया को समाप्त करने को कहा।
गुरुवार को डीएम दीक्षित ने एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम की समीक्षा की। जिसमें कहा कि इस विशेष अभियान कार्यक्रम में स्कूलों एवं गांव-गांव में टी-4 (टेस्ट, ट्रीट, टॉक एंड ट्रैक) शिविर आयोजित कर डिजिटल हिमोग्लोबिन की जांच निरंतर करवायें। एनीमिया से ग्रस्त पाये जाने वालों का उपचार एवं निर्धारित समयानुसार पुन: परीक्षण किया जाय। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनु जैन ने बताया कि एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत 5 वर्ष से 9 वर्ष के 31 हजार 254 बच्चों, 10-19 वर्ष के 75 हजार 766 किशोर-किशोरियों, 10 हजार 874 गर्भवती महिलाओं तथा 19 से 35 वर्ष की गैर गर्भवती महिलाओं सहित कुल 1 लाख 34 हजार 494 का लक्ष्य निर्धारित कर बीती 10 मई से प्रतिदिन गांव-गांव जाकर हिमोग्लोबिन की डिजिटल स्क्रीनिंग व परीक्षण कर उपचार किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग से आरबीएसके की 13 टीमें, 180 सीएचओ तथा 249 एएनएम काम कर रहे हैं। एसीएमओ डा. एलडी सेमवाल ने बताया कि एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के बीती 5 जून बुधवार तक कुल 47 हजार 271 परीक्षण किए गए। जिसमें हल्का एनीमिया 12073, मध्यम एनीमिया 11259, गंभीर एनीमिया के 348 अर्थात कुल 23 हजार 680 एनीमिया से ग्रस्त पाए गए। 264 गंभीर एवं मध्यम एनीमिया को आयरन सुक्रोज दिया गया, एक को दून अस्पताल में ब्लड चढ़ाया गया तथा 23 हजार 680 एनीमिया को आयरन और फालिक एसिड (आईएफए) टैबलेट दिए गए। प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापनगर कुलभूषण त्यागी ने जानकारी देते हुए बताया कि एनीमिया मुक्त अभियान के तहत बीती 10 मई को गरवान गांव उपकेंद्र के अंतर्गत खुरमोला गांव की दो गर्भवती महिलाओ की जांच में 7.2 तथा 7.6 ग्राम हीमोग्लोबिन आया। गंभीर रक्त अल्पता के मद्देनजर इनके घर पर प्रत्येक सप्ताह भ्रमण करके उपचारित एवं काउंसिल की। बीती 5 जून बुधवार को चौथी बार टीम इनके घर गई, तो हीमोग्लोबिन जांच करने पर क्रमश 10.6 तथा 10.2 पाया गया। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक वीके ढौंडियाल ने बताया कि जनपद क्षेत्रान्तर्गत 1 हजार 242 प्राइमरी एवं 578 अपर प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को आयरन और फालिक एसिड की टैबलेट दी जानी है। वर्तमान में स्कूलों में अवकाश के चलते कार्यक्रम बन्द है। स्कूलों के खुलते ही कार्यक्रम पुन: संचालित किया जायेगा। (एजेंसी)