डीएम ने तीन कर्मचारियों का वेतन रोका
रुड़की। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने नारसन ब्लॉक कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उप कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा, ब्लॉक मिशन मैनेजर और एरिया कोऑर्डिनेटर अनुपस्थित मिले, जिनका वेतन रोकने और स्पष्टीकरण लेने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी को दिए। बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी ने विभिन्न मदों में आवंटित धनराशि का समय से सदुपयोग करने, निर्माण कार्यों के नियमानुसार टेंडर करने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी को दिए। निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन किया जाए और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता व समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि क्षेत्र पंचायत की बैठकें समय से हों तथा कार्य योजना भी समय से तैयार हों। प्रधानमंत्री आवास योजनान्तार्गत आवास की फोटो भी सत्यापित की जाए ताकि फोटो के साथ किसी भी प्रकार से बदलाब न हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि पंचायतीराज विभाग द्वारा परिवार रजिस्टर की नक़ल समय से जारी की जाएं तथा जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र जाँच करने के पश्चात ही जारी किए जाए। इन कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। परिवार रजिस्टर को समय-समय पर अपडेट किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वीपीडीओ तथा वीडीओ निर्धारित रोस्टर के अनुसार ग्राम पंचायतों में बैठें।
उन्होंने जेई की फील्ड में उपस्थिति की जानकारी सम्बंधित अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करते हुए सुनिश्चित की। जिलाधिकारी ने नगर पालिका कार्यालय मंगलौर पहुंचकर विभिन्न विषयों पर जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रहे। हाउस टैक्स निर्धारण हेतु चल रहे सर्वे कार्य को तेजी से पूरा किया जाए और जनहित के कार्य बाधित न हों। उन्होंने टेंडर प्रक्रिया पर लगी रोक हटाने के लिए अर्जेंसी लगाने के निर्देश अधिशासी अधिकारी को दिए ताकि निर्माण कार्य समय से शुरू हो सकें। इस दौरान खण्ड विकास अधिकारी जयेंन्द्र भारद्वाज, अधिशासी अधिकारी नौशाद हसीन, सुदेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।