डीएम ने ली जिला बाल श्रम टास्क फोर्स की बैठक
नई टिहरी। डीएम इवा श्रीवास्तव ने जिला सभागार में जिला बाल श्रम टास्क फोर्स की बैठक ली। जिला बाल श्रम टास्क फोर्स के चारधाम यात्रा के दौरान चलाये गये अभियानों की समीक्षा की। शिक्षा विभाग की आधी-अधूरी जानकारी पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। सीईओ के बैठक में उपस्थित न होने पर डीएम ने स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिये। बैठक में डीएम ने गत वित्तीय तीन वर्षों में बाल एवं किशोर श्रम के अन्तर्गत चिन्ह्ति किये गये बच्चों के संबंध में जानकारी ली। डीएम ने सहायक श्रम आयुक्त केके गुप्ता को निर्देशित किया कि बाल एवं किशोर श्रम के अन्तर्गत चिन्ह्ति किये गये बच्चों की सूची शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराकर हर 15 दिन में की गई कार्यवाही की रिपोर्ट लेना सुनिश्चित करें। साथ ही हर तीन माह में जिला बाल श्रम टास्क फोर्स की बैठक आयोजित करवाना भी सुनिश्चित करें। जनपद को चाइल्ड लेबर फ्री करने के साथ ही चिन्हित किये गये बच्चों को भविष्य को सुनिश्चित करने पर चर्चा की। थानों के उप निरीक्षकों को निर्देशित किया कि चाइल्ड लेबर एवं भिक्षावृत्ति के लिए संवेदनशील स्थान में शिवपुरी, मुनीकीरेती, ढालवाला, शीशम झाड़ी, तपोवन व धनोल्टी में नियमित रूप से कार्यवाही करें। सहायक श्रम आयुक्त केके गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2019-20 से अब तक 647 निरीक्षण कर 24 नाबालिग श्रमिक चिन्ह्ति किये गये। जिनमें 9 बाल श्रमिक एवं 15 किशोर श्रमिक शामिल हैं। 11 में एफआईआर दर्ज की गई तथा नियोजकों से 1 लाख 20 हजार की वसूली की गई। बाल एवं किशोर श्रम सम्बन्धित शिकायत पेंसिल पोर्टल, पुलिस स्टेशन, जिला टास्क फोर्स, श्रम विभाग चाइल्ड लाइन नम्बर 1098 के माध्यम से की जा सकती है।