कोटद्वार में कैंप करेंगे डीएम, निर्माण कार्य में तेजी
कोटद्वार के बदरीनाथ मार्ग में बनाया गया है कैंप कार्यालय
जयन्त प्रतिनिधि।
अब कोटद्वार की जनता को जिलाधिकारी तक अपनी फरियाद पहुंचाने के लिए पौड़ी की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। दरअसल, चर्चा यह है कि जिले के नवनियुक्त जिलाधिकारी आशीष चौहान प्रत्येक सप्ताह एक-दो दिन कोटद्वार में निवास करेंगे। इसके लिए युद्धस्तर पर कोटद्वार में निर्माणाधीन जिलाधिकारी कैंप आवास का निर्माण कार्य पूर्ण करवाया जा रहा है।
वर्ष 2019 में तत्कालीन जिलाधिकारी धीरज सिंह गब्र्याल ने कोटद्वार में जिलाधिकारी कैंप आवास बनवाने की कवायद शुरू की। पूरी तरह पहाड़ी शैली में बन रहे इस कैंप आवास के निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की दुगड्डा इकाई को दी गई। दुगड्डा इकाई ने 2020 के अंत तक भवन कार्य पूर्ण कर दिया। लेकिन, इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। हाल ही में जनपद पौड़ी में तैनात हुए जिलाधिकारी आशीष चौहान ने अधर में लटके इस आवास की ओर नजरें इनायत की व कार्यदायी संस्था को अविलंब निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। नतीजा युद्धस्तर पर भवन निर्माण के बचे कार्य को पूर्ण किया जा रहा है।
हटाई गई पेड़ की ठूंठ
करीब एक वर्ष पूर्व बदरीनाथ मार्ग जिलाधिकारी कैंप आवास के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे खड़ा एक सेमल का भारी वृक्ष जमींदोज हो गया था। एसडीआरएफ, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग व नगर निगम ने संयुक्त रूप से पेट की टहनियों को हटाकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को सुचारू करवाया। लेकिन, राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे आमजन के लिए मुसीबत बन रही पेड़ की ठूंठ को हटाने की सुध किसी ने नहीं ली। नतीजा जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय में आने की चर्चा ने बाद सरकारी सिस्टम ने पेड़ को ठूंठ को भी हटा दिया है। जबकि, स्थानीय जनता लगातार ठूंठ को उठाने की मांग करती रही।