केदारनाथ में तैनात होने वाले डक्टर को मिलेगा पांच लाख वेतन
रुद्रप्रयाग। प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री ड धन सिंह रावत ने जनपद के दो दिवसीय भ्रमण के दौरान केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के साथ ही यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर अफसरों के साथ समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने बेहतर यात्रा व्यवस्थाओं पर अफसरों की हौसलाफजाई की। स्वास्थ्य मंत्री ने केदारनाथ में तैनात होने वाले डक्टर को पांच लाख, बड़ी लिंचौली में साढ़े चार लाख तथा सोनप्रयाग में चार लाख प्रतिमाह वेतन के आधार पर रखने के निर्देश दिए। केदारनाथ धाम में एक अतिरिक्त स्टाफ नर्स की तैनाती करने के भी निर्देश दिए। विकास भवन में बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खराब मौसम के बाद भी केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए विभिन्न विभागों द्वारा सुगम एवं सुव्यवस्थित व्यवस्थाएं की जा रही हैं। उन्होंने प्रसंशा करते हुए कहा कि यात्रा से जुड़े विभाग अच्छी व्यवस्थाएं कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं दी। कहा कि आगे भी सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन इसी कुशलता के साथ करें ताकि यात्रियों को अच्छी सुविधाएं मिल सके। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी लेते हुए कहा कि केदारनाथ धाम सहित यात्रा मार्ग में संचालित हो रही एमआरपी में उनके द्वारा जो डक्टर, स्टाफ एवं उपकरणों की कमी बताई गई है, इसके लिए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ धाम में बड़ी लिंचौली एवं सोनप्रयाग में फिजिशियन डक्टर की तैनाती के लिए अन्य जनपदों से रोस्टर के आधार पर ड्यूटी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति संविदा पर फिजिशियन डक्टर की उपलब्धता होती है तो इसके लिए समाचार पत्रों में विज्ञप्ति जारी की जाए। उन्होंने केदारनाथ में तैनात होने वाले डक्टर को पांच लाख, बड़ी लिंचौली में साढ़े चार लाख तथा सोनप्रयाग में चार लाख प्रतिमाह वेतन के आधार पर रखने के निर्देश दिए। केदारनाथ धाम में एक अतिरिक्त स्टाफ नर्स की तैनाती करने के भी निर्देश दिए। आकस्मिक सेवाओं को और बेहतर करने के लिए यात्रा मार्ग में 2 और एंबुलेंस व्यवस्था करने के लिए महानिदेशक चिकित्सा को आवश्यक कार्यवाही करते हुए तीन दिन में एंबुलेंस अन्य जनपदों से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। ताकि गंभीर बीमार तीर्थ यात्री की जान को बचाया जा सके। उन्होंने गुप्तकाशी से सोनप्रयाग के बीच उप चिकित्सालय बनाए जाने के लिए भूमि को चिन्हित करते हुए तत्काल प्रस्ताव उपलब्ध कराने, त्रियुगीनारायण में भी स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने के लिए भूमि चिन्हित करते हुए प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर केदारनाथ की विधायक शैलारानी रावत ने स्वास्थ्य मंत्री के जनपद आगमन पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं उनकी टीम द्वारा केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस मौके पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्वास्थ्य मंत्री के जनपद आगमन पर पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं को पिछली यात्रा के अनुभव के दृष्टिगत उनमें जो कमियां थी उन कमियों में सुधार किया गया है। धाम में खराब मौसम के बावजूद भी तैनात डक्टरों, अधिकारियों, कार्मिकों, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ तथा पुलिस के जवानों द्वारा निरंतर अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है। बीती यात्रा की तुलना में इस यात्रा में भी एक माह से कम समय में साढ़े चार लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं। सीएमओ ड एचसीएस मार्तोलिया ने बताया कि अब तक ओपीडी एवं आकस्मिक में 44739 तीर्थ यात्रियों का उपचार किया गया है। एयर एंबुलेंस से 26 लोगों को एयर लिफ्ट किया गया है। 93 लोगों को रेफर किया गया है। गंभीर स्थिति में चिकित्सालय में आने वाले 15 से 16 लोगों की जान बचाई गई है। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, महानिदेशक स्वास्थ्य ड विनीता शाह, पुलिस अधीक्षक ड विशाखा अशोक भदाणे, स्वास्थ्य निदेशक ड सरोज नैथानी, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, उप जिलाधिकारी सदर अपर्णा ढौंडियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ड आशीष रावत, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे आदि मौजूद थे।