डा. मनोरमा को मिला साहित्यांचल हिंदी रत्न सम्मान
जयन्त प्रतिनिति
कोटद्वार : साहित्यिक संस्था साहित्यांचल की ओर से पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. मनोरमा ढौंडियाल को साहित्यांचल हिन्दी रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही उत्तराखंड हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में हिन्दी विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 28 छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि बीईओ दुगड्डा अमित कुमार चंद्र के प्रतिनिधि एवं जीआईसी कोटद्वार के प्रधानाचार्य मोहन सिंह रावत ने किया। मौके पर वक्ताओं ने हिन्दी को राजभाषा का दर्जा न दे पाने पर सरकार को कोसते हुए कहा कि सरकार स्वयं विदेशी भाषा के विद्यालयों को मान्यता प्रदान करती आ रही है। इससे आमजन में अंग्रेजी शिक्षा का मोह बढ़ता जा रहा है। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त प्रोफेसर नंदकिशोर ढौंडियाल, सीपी नैथानी, डॉ. अनुराग शर्मा, जीआईसी कण्वघाटी के प्रधानाचार्य डॉ. रमाकांत कुकरेती, पूर्व प्रधानाचार्य शिव प्रकाश कुकरेती, प्रवेश नवानी, जेपी बुड़ाकोटी, डॉ. बीना वशिष्ठ और कौशल्या जखमोला आदि मौजूद रहे।