देहरादून। आईटीएम देहरादून में अमर शहीद श्रीदेव सुमन जयंती पर दो दिन की कार्यशाला के बाद उनके जीवन पर नाटक का मंचन किया गया। छात्र-छात्राओं ने अपने अभिनय से प्रभावित किया। नाटक का लेखन व निर्देशन जनकवि ड़ अतुल शर्मा ने किया। मुख्य अतिथि समाजसेवी रविन्द्र जुगराण ने मंचन का शुभारंभ किया। नाटक की शुरूआत अमर शहीद श्रीदेव सुमन की जेल यात्रा से हुई। 84 दिनों की भूख हड़ताल का सजीव अभिनय वर्धन शुक्ला व फरदीन ने किया। 84 दिन के संघर्ष के बाद जब श्रीदेव सुमन शहीद हुए तो राजा के कर्मचारियों ने उनका पार्थिव शरीर नदी में देंक दिया। श्रीदेव सुमन के जन्म स्थान जल(टिहरी)गांव व अन्य जगह विद्रोह को भी मंचित किया गया। नाटक में उर्मिला वैष्णव, वैष्ण्वी भट्ट, सुरभि तोक, दीप्ति थपलियाल, तरनप्रीत, नैंसी ने अभिनय किया। नाटक में रंजना शर्मा का गीत एक तिरंगा लहराए़.ने जोश भरा और स्क्रीन पर भी श्रीदेव सुमन का चित्र दिखाया गया। नाटक के जरिए भ्रष्टाचार को दूर करने का संदेश दिया गया। जनकवि अतुल शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए श्रीदेव सुमन के सिद्घांतों पर चलना जरुरी है। नाटक के अंत में सभी को पुस्तक भेंट की गई। संचालन स्मृति उनियाल ने किया। मौके पर आईटीएम चौयरमैन निशांत थपलियाल, रेखा शर्मा, प्रधानाचार्य अंजू गैरोला थपलियाल, निदेशक ड़राकेश मोहन भट्ट, रजिस्ट्रार रुचि थपलियाल, आईशा ध्यानी आदि मौजूद रहे।