कोटद्वार-पौड़ी

एकेश्वर और बीरोंखाल ब्लॉक के साढ़े तीन दर्जन गांवों में पेयजल किल्लत

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : एकेश्वर और बीरोंखाल ब्लॉक के करीब 40 से अधिक गांवों के ग्रामीणों इन दिनों पेयजल संकट से जूझ रहे है। पेयजल किल्लत के कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जल संस्थान ने 15 जून तक नए कनेक्शन देने पर भी रोक लगा रखी है। बारिश नहीं होने से योजनाओं के स्रोतों पर पानी का डिस्चार्ज कम होता जा रहा है। वहीं जंगलों की आग की वजह से भी स्रोतों पर पानी कम हुआ है। कल्जीखाल ब्लॉक के कई गांवों में भी इन दिनों पेयजल संकट बना हुआ है।
पिछले दिनों बीरोंखाल के पास डंपर के खाई में गिरने से बीरोंखाल पंपिंग योजना की पाइप लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसे जल संस्थान ने शनिवार को ही ठीक किया। ब्लॉक की जोगीमढ़ी, बारह गांव पेयजल योजना आदि से आमकुलाउ, बमराई खाल, तल्ली पखोली आदि गांवों में टैंकरों से ग्रामीणों को पानी दिया जा रहा है। दिक्कत यह भी है कि गांव में सभी घर सड़क पर नहीं है, जिसके कारण टैंकरों से पानी घर तक पहुंचाने में भी उपभोक्ताओं को परेशानियां हो रही है। बीरोंखाल के फरवाड़ी, सुकई में बादल फटने के बाद इन गांवों में भी इन दिनों उपभोक्ताओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर ही पेयजल मिल पा रहा है। एकेश्वर ब्लॉक के पांथर, नौगांवखाल, बिंजोली, डांग चमेली आदि गांवों में इन दिनों पेयजल संकट से उपभोक्ताओं को दो चार होना पड़ रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक अभी तक भूमिया डांडा पंपिंग योजना का पानी यहां नहीं आ पाया। कोट ब्लॉक के कुंडी गांव के उपभोक्ता इन दिनों हैंडपंपों से पानी की सप्लाई कर रहे हैं। यहां पानी के वितरण को लेकर समस्या बनी हुई है। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एसके रॉय ने बताया कि जिन योजनाओं के स्रोतों पर पानी कम हुआ है वहां पेयजल की समस्या बनी है। यहां डिमांड के अनुसार टैंकरों से ही पानी दिया जा रहा है। इन दिनों लोगों से किचन गार्डन आदि में पानी की बर्बादी नहीं करने को भी कहा गया है। साथ ही नए कनेक्शनों पर भी रोक लगाई गई है।

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