वाहन चालकों को पेट्रोल-डीजल और सीएनजी के लिए भी परेशान होना पड़ रहा
देहरादून। भीषण गर्मी के बीच राज्य में वाहन चालकों को पेट्रोल-डीजल और सीएनजी के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। वजह यह कि हिदुस्तान पेट्रोलियम (एचपी) के पेट्रोल पंपों को समय पर पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति नहीं मिल पा रही। इससे देहरादून जिले में ही करीब एक दर्जन पेट्रोल पंप बंद पड़ गए हैं। इससे अन्य पेट्रोल पंपों पर दबाव बढ़ गया है। इन हालात में नागरिकों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए कड़ी धूप के बीच लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं, पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति बाधित होने को लेकर कंपनी की तरफ से कोई स्पष्ट वजह भी पंप संचालकों को नहीं बताई जा रही। इससे वाहन चालकों के साथ पंप संचालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
देहरादून जिले में 100 से अधिक पेट्रोल पंप हैं। इनमें करीब 30 पेट्रोल पंप एचपी के हैं। इन पेट्रोल पंप में हरिद्वार के लंढौरा स्थित डिपो से पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति की जाती है। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष मित्तल का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से एचपी के पेट्रोल पंपों को डिपो से पेट्रोल-डीजल की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो रही है। इस कारण करीब एक दर्जन पेट्रोल पंप पिछले तीन दिन से खाली पड़े हैं। इन पंपों पर पेट्रोल-डीजल नहीं मिलने के कारण वाहन चालकों को दूसरे पंपों का रुख करना पड़ रहा है, जिससे वहां भीड़ बढ़ रही है। आशीष मित्तल ने बताया कि पंप संचालकों से मिली जानकारी के मुताबिक अन्य राज्यों में भी एचपी के पंप का यही हाल है। फिलहाल तेल कंपनी आपूर्ति के संबंध में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।
शहर के सीएनजी पंप भी पिछले 15 दिन से खाली पड़े हैं। ऐसे में सीएनजी वाहन संचालकों को सीएनजी के लिएाषिकेश और हरिद्वार का रुख करना पड़ रहा है या तो पेट्रोल के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। पेट्रोल पंपों पर भीड़ बढ़ने की एक वजह यह भी है। जिले में वर्तमान में छह सीएनजी पंप हैं। इनमें तीन देहरादून में हैं। वैसे तो सभी सीएनजी पंप में आपूर्ति बाधित चल रही है, मगर दून के तीन सीएनजी पंप को पिछले एक पखवाड़े से आपूर्ति नहीं मिली है। ऐसे में सीएनजी वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सहस्त्रधारा रोड स्थित सेठी पेट्रोल पंप के संचालक कुनाल सेठी का कहना है कि सीएनजी न मिलने का प्रमुख कारण हरिद्वार में इन दिनों यातायात व्यवस्था धड़ाम होने के कारण आपूर्ति नहीं होना है। इसके अलावा कम वोल्टेज के कारण कम्प्रेशर मशीन लोड नहीं उठा पा रहीं। मांग के बाद भी सीएनजी की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच रही हैं। आगे भी आपूर्ति बाधित रहने के आसार हैं।