विकासनगर()। संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ट्रायल देना अब मुश्किल भरा हो गया है। ट्रायल ट्रैक की हालत बेहद खराब है। ट्रैक पर गहरे गड्ढे हैं और उनमें बारिश का पानी भरा हुआ है, जिससे वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है। खराब ट्रैक के बावजूद आवेदकों को यहीं पर ट्रायल देना पड़ रहा है। दुपहिया वाहन चलाते समय गड्ढों में उछलने या संतुलन बिगड़ने पर गलती ट्रायल देने वाले की ही मानी जाती है, जिससे उन्हें फेल कर दिया जाता है। कई बार पानी और कीचड़ के कारण वाहन ट्रैक से बाहर निकल जाता है, जिससे दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। ट्रैक की पेंटिंग पूरी तरह से उखड़ चुकी है, जिससे स्टार्ट और एंड पॉइंट की पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है। न तो ट्रैक पर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं, न ही ट्रैफिक सिग्नल या उचित सड़क व्यवस्था। ऐसे हालात में कई लोग ट्रायल देने से बच रहे हैं या फिर दलालों का सहारा लेने को मजबूर हो रहे हैं। हर दिन करीब 100 लोग यहां स्थायी लाइसेंस के लिए ट्रायल देते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में उन्हें अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एआरटीओ मनीष तिवारी का कहना है कि बारिश के कारण मरम्मत कार्य रुका हुआ है, लेकिन जल्द ही ट्रैक को ठीक कर दिया जाएगा।