पिथौरागढ़ में दवा प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन किया
पिथौरागढ़। विभिन्न मांगों को लेकर दवा प्रतिनिधियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। दवा प्रतिनिधियों ने श्रम कानूनों को कमजोर करने पर नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने विभिन्न कंपनियों और उद्योगपतियों पर कोरोना के नाम पर श्रमिकों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। कहा इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रविवार को संगठन के अध्यक्ष भुवन पांडे के नेतृत्व में दवा प्रतिनिधि गांधी चौक में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और बाद में धरने में बैठ गए।अध्यक्ष पांडे ने कहा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने को सरकार श्रम कानूनों को कमजोर करती जा रही है। यह श्रमिकों के हित में नहीं है। कहा कई दवा कंपनियों ने कोरोना आर्थिक संकट का हवाला देकर श्रमिकों के वेतन में भारी कटौती की है। कई श्रमिकों को तो नौकरी से ही हटा दिया गया है। पांडे ने ऐसे कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके लाइसेंस निरस्त करने को कहा है। प्रदेश सचिव पीके मिश्रा का कहना है सरकार श्रमिकों के लिए कार्य अवधि और न्यूनतम वेतन जारी करें। ताकि श्रमिकों को उत्पीड़न बंद हो सके। कोषाध्यक्ष गंभीर भंडारी ने कहा दवा कंपनियां कोरोना के नाम पर शोषण बंद करें। दवा प्रतिनिधियों ने आगामी 29 मार्च को देश भर में हड़ताल करने का निर्णय लिया है।
ये रहे शामिल रू जगदीश पांडे, मनोज भंडारी, महेश भट्ट, कमल बम, हरेंद्र जोशी, ललित पाठक, सीएम अवस्थी, सीपी ओझा, भूरा लाल, दीपक कुमार, केके पाल, अमित साह, जीवन पंत