जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गाड़ीघाट स्थित स्टेडियम बस्ती में एक क्लीनिक में नशे की दवा बेचने वाले चिकित्सक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। क्लीनिक में छापेमारी के बाद से चिकित्सक फरार चल रहा था। जबकि, मामले में क्लीनिक में काम करने वाले युवक को पुलिस ने पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था।
कुछ दिन पूर्व वरिष्ठ औषधी निरीक्षक नीरज कुमार के नेतृत्व में पुलिस व प्रशासन की टीम ने मोहल्ला स्टेडियम बस्ती स्थित एक क्लीनिक में छापेमारी की थी। क्लीनिक से एक युवक कुछ सामान अखबार में लपेट कर किसी अन्य को देता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने युवक को दबोच लिया था। अखबार के पैकेट में दवा के 36 पैकेट मिले, जिनमें 288 कैप्सूल मौजूद थे। उक्त सभी कैप्सूल प्रतिबंधित नशीली दवा के थे। दबोचे गए युवक ने स्वयं का नाम मानपुर निवासी अरूण कंडवाल बताया था। पूछताछ में अरुण ने बताया था कि कैप्सूल समीप ही मौजूद डा. सूरज की दुकान से लिए और वह इन्हें कोटद्वार क्षेत्र में नशा करने वाले लोगों को बेचने जा रहा था। जानकारी मिलते ही टीम डा. सूरज के क्लीनिक में पहुंची, जहां दो किशोर मौजूद थे। एक किशोर ने बताया था कि वह बिजनौर जिले के ग्राम पंवडावली का रहने वाला है व कैप्सूल लेने दुकान में आया था। तलाशी के दौरान दुकान से अलग-अलग डिब्बों में प्रतिबंधित नशीली दवाओं के छह हजार कैप्सूल बरामद हुए। मौजूद दूसरे किशोर ने स्वयं को सूरज का भांजा बताते हुए कहा कि वह अपने मामा सूरज के साथ रहकर पढ़ाई करता है। बताया कि सूरज आज धामपुर में आयोजित विवाह समारोह में गया हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डा. सूरज के खिलाफ भी पुलिस को तहरीर दी गई थी। लेकिन, वह फरार चल रहा था। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रमेश तनवार ने बताया कि मामले में उत्तर प्रदेश जिला बिजनौर, बढ़ापुर निवासी डा. सूरज कुमार को उसके घर के समीप से गिरफ्तार कर लिया गया है।