कोटद्वार-पौड़ी

भीषण गर्मी से कोटद्वार में हाहाकार, दिन के समय सड़कों पर हो रहे कफ्र्यू जैसे हालात

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-उमस भरी गर्मी में लोगों का घरों से बाहर निकलना हुआ मुश्किल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भीषण गर्मी ने इस साल सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिन के समय तो गर्मी से ऐसी हालत हो रही है कि लोग घरों व अपने परिष्ठानों में कैद होने को मजबूर हो रहे हैं। जिससे सड़कों पर कफ्र्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर बादलों के न बरसने से भी चिंता सता रही है कि आने वाले दिनों में और भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
सोमवार की बात करें तो कोटद्वार में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया। चिलचिलाती धूप के बीच उमस भरी गर्मी ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। सुबह से ही सूर्यदेव अपना रोद्र रूप दिखाना शुरू कर दे रहे हैं। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ रहा है सूरज की तपिश भी कई गुना बढ़ती जा रही है। दिन होते-होते सूरज आग बरसाना शुरू कर दे रहा है, जिससे लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं बारिश का दूर-दूर तक नामों निशान नहीं दिख रहा है। हालांकि, मौसम विभाग पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश की संभावना तो जता रहा है, लेकिन मैदानों में अभी कुछ और दिन भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान अभी और रिकॉर्ड भी तोड़ सकता है।

कूलर-पंखे भी हो रहे फैल
लोग गर्मी से बचने के लिए घरों में कूलर-पंखों का सहारा तो ले रहे हैं, लेकिन यह कूलर-पंखे भी राहत पहुंचाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। लोगों के अनुसार हालात यह हैं कि घर के अंदर भी उमस भरी गर्मी बैचेन कर रही है। ऐसे में समझ नहीं आ रहा है कि इस भीषण गर्मी से बचने के लिए जाएं तो जाएं कहां।

भीषण गर्मी इन बीमारियों को देती है जन्म, रखें अपना ख्याल
जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे अपने साथ कई बीमारियां लाती है। डायरिया, उल्टी, वायरल बुखार, लू, आंखों की समस्या आदि से अक्सर बच्चे और वयस्क परेशान रहते हैं। गर्मी में वायरल की समस्या काफी देखी जाती है। इसमें तेज सर्दी लगना, हाथ-पैरों, सिर, गले और कानों में दर्द होना आदि वायरल के सामान्य लक्षण हैं। ऐसे लक्षण नजर आएं तो बिना देर किए डॉक्टर से मिलें। जब दस्त यानी डायरिया होता है, तो पेट के निचले हिस्से में दर्द, मरोड़ के साथ उल्टी आना, बुखार और शरीर में कमजोरी महसूस होती है। इससे डिहाइड्रेशन की भी समस्या बढ़ सकती है। एक से ज्यादा पतली दस्त होने पर चिकित्सक से मिलें। गर्मी के मौसम में कंजंक्टिवाइटिस (आंखों के लाल होने की समस्या) बहुत कॉमन समस्या है। यह आंखों में वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है। कई बार ऐलर्जी भी हो जाती है, जिससे आंखें लाल हो जाती हैं। उनमें जलन, चुभन होने लगती है। यह वायरल इंफेक्शन है तो यह एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। इससे बचने के लिए हाथों को धोकर ही खाना खाएं। आंखों को बार-बार न छूएं। आंखों से पानी निकलने पर उसे पोंछने के लिए साफ तौलिए या रूमाल का इस्तेमाल करें। ऑफिस भी जाने से बचें। आंखों में इस्तेमाल होने वाले कॉस्मेटिक्स को भी दूसरों के साथ शेयर न करें। इसके अलावा लू से बचने के लिए जितना हो सके तरल पदार्थों का सेवन करें और कोशिश करें कि धूप में कम से कम निकला जाए।

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