दूषित जलापूर्ति से उपभोक्ता परेशान
चमोली। नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल के दावे हवाई साबित हो रहे हैं। नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग की साठ साल पहले की पेयजल योजना घटगाड़ पर जल संस्थान फिल्टर की व्यवस्था नहीं कर सका है, जिससे बरसाती मौसम में दूषित जलापूर्ति से जलजनित रोगों का खतरा बना हुआ है। इसी तरह देवाल बाजार सहित इससे लगे सैलखोल आदि गांवों में बीते दो माह से दूषित पानी की सप्लाई उपभोक्ताओं के लिए सिरदर्द बनी है। ग्रामीण प्रताप सिंह ने बताया कि वर्तमान में देवाल बाजार को गमलीगाड़ गदेरे से पानी आपूर्ति होती है, लेकिन योजना पर फिल्टर न होने से दूषित जलापूर्ति समस्या बन जाती है। इस संबंध में जलसंस्थान के अवर अभियंता एसके राय व डीसी पुरोहित ने बताया कि पेयजल योजनाओं पर फिल्टर लगाए जाने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजे जा चुके हैं। उपभोक्ता सुरेंद्र सिंह, सब्बल सिंह और राजेंद्र सिंह ने कहा कोरोना संक्रमण के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान, होटल, रेस्टोरेंट बंद रहे लेकिन जलसंस्थान द्वारा भारी-भरकम पानी के बिल भेजे जा रहे हैं जबकि इस संबंध में प्रदेश मुख्यमंत्री को पानी व बिजली के दो माह के बिल माफ करने की मांग संबंधी पत्र पूर्व में प्रेषित किया जा चुका है।