श्रीनगर गढ़वाल : अपनी धरोहर संस्था और हिमालय जन कल्याण समिति (यूकॉस्ट) के संयुक्त तत्वधान में दो दिवसीय धरोहर संवाद कार्यक्रम का सोमवार को समापन हुआ। अदिति स्मृति न्यास में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे राष्ट्रीय स्वयं संघ के दिनेश सेमवाल और गणेश कुकशाल ने सांस्कृतिक धरोहर, विरासतों और पुस्तकों पर आधारित ई-लाइब्रेरी का लोकार्पण किया। ई-लाइब्रेरी में करीब 500 से भी अधिक पुस्तकों को अपलोड किया गया है। राष्ट्रीय स्वयं संघ के सेमवाल ने कहा कि भारत के पास दुनिया को देने के लिए एक श्रेष्ठ संस्कृति, सदियों पुरानी सभ्यता, योग, आध्यात्म, सांस्कृतिक धरोहर, पुरातात्विक आदि अन्य विरासतें हैं, जिन्हें सहेज कर रखना जरूरी है। कहा कि हमारी विरासत हमें अपनी जड़ों से जुड़ना सिखाती है। हमारे संस्कारों और संस्कृति से परिचय कराती है। कहा कि अपनी धरोहर और यूकॉस्ट की ओर से कराए जा रहे इस तरह का कार्यक्रम युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति को जोड़ने का काम करेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुकशाल ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति ही हमारी मूल पहचान है और हम जीवन में किसी भी स्तर पर हों या विश्व में कहीं भी चले जाएं, हमारी पहली पहचान है कि हम उत्तराखंडवासी हैं। ढोल-दमाऊ , थियेटर सहित महिला सम्मेलन, संस्कृति के संरक्षण एवं सवद्र्धन को लेकर चर्चा और परिचर्चा आयोजित की गई। इस मौके पर अपनी धरोहर संस्था के अध्यक्ष विजय भट्ट, वरिष्ट रंगकर्मी प्रो. डीआर पुरोहित, प्रो. एससी सती, प्रो. गुड्डी बिष्ट, डॉ. नंद किशोर हटवाल, कमल किशोर डिमरी, विजय वशिष्ठ, डा. सुभाष पाण्डेय, जयकृष्ण पैन्यूली, महेश गिरी आदि मौजूद थे। (एजेंसी)