श्रीनगर , राजधानी दिल्ली में लालकिले के पास हुए फिदायीन हमले के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रातों-रात दक्षिण कश्मीर में 6 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। इस हमले का मुख्य संदिग्ध एक डॉक्टर उमर है, जिसके परिवार के तीन लोगों को भी पुलवामा से हिरासत में लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि हमले में इस्तेमाल की गई हुंडई आई20 कार को डॉ. उमर ने ही खरीदा था। इसके अलावा, सीसीटीवी फुटेज में कार में बैठे जो शख्स दिखाई दे रहा है, उसकी शक्ल भी उमर से मिलती-जुलती पाई गई है।
फरीदाबाद क्रष्ठङ्ग मॉड्यूल से जुड़े तार
जांच में यह बात सामने आई है कि डॉ. उमर दो अन्य डॉक्टरों के संपर्क में था, जिन्हें पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस के मुताबिक, यह हमला फरीदाबाद से हाल ही में पकड़े गए क्रष्ठङ्ग मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है।
दो दिन पहले ही फरीदाबाद से डॉ. मुजाम्मिल को 350 किलोग्राम आरडीएक्स और दो एके-47 राइफलों के साथ गिरफ्तार किया गया था। जबसे डॉ. मुजाम्मिल के पास से आरडीएक्स मामले की जांच शुरू हुई, तभी से डॉ. उमर गायब हो गया था। पुलिस का मानना है कि कार में सवार शख्स फरीदाबाद मॉड्यूल से ही जुड़ा था, हालांकि डीएनए टेस्ट के बाद ही इसकी पूरी पुष्टि हो सकेगी।
जांच में यह भी पता चला है कि डॉ. उमर, डॉ. मुजाम्मिल के गांव भी गया था।
कश्मीर में कुल 6 गिरफ्तारियां
पुलिस ने कश्मीर में जिन 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें मुख्य संदिग्ध के परिवार के तीन लोगों के अलावा आमिर राशिद मीर (प्लंबर), उमर राशिद मीर (पावर डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट कर्मी) और तारिक मलिक (बैंक सिक्योरिटी गार्ड) शामिल हैं। एक स्पेशल पुलिस टीम इन सभी से पूछताछ कर रही है।
जैश के पोस्टर से शुरू हुई थी जांच
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस पूरे मॉड्यूल की जांच 19 अक्टूबर को नौगाम में जैश का पोस्टर मिलने के बाद से ही शुरू हो गई थी। इस मामले में पहले भी कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन इतनी बड़ी साजिश का अंदेशा नहीं था।
सोमवार को भी डॉ. मुजाम्मिल से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें आरिफ निसार डार, यासिर उल अशराफ और मकसूद अहमद डार शामिल थे। इसके अलावा नौगाम से मौलवी इरफान अहमद, जमीर अहमद अहंगर और मुसैब को, जबकि कुलगाम से डॉ. आदिल को पकड़ा गया था।